पर्यूषण पर्व पर स्वर्ग सरीखा बनेगा हृींकारगिरी धाम
इंदौर। कृष्णगिरी पीठाधिपति, राष्ट्रसंत, यतिवर्य डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने रविवार को कहा कि मनुष्य को प्रतिदिन माता-पिता को धोक देना अर्थात श्रद्धा से वंदन करना चाहिए। इससे आत्मिक शांति, शक्ति और बल मिलेगा।
उन्होंने कहा कि नियमित अपने माता-पिता को वंदन से आपका जीवन चंदन हो जाएगा। श्री नगीनभाई कोठारी चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में हृींकारगिरी तीर्थ धाम में दिव्य भक्ति चातुर्मास कर रहे डॉ. वसंतविजयजी म.सा. श्रद्धालूओं को सुरक्षा, शांति, सफलता विषय पर प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जीवन में अपनी ऊर्जा को काम में लोगे तो निश्चित सकारात्मक परिणाम व्यक्ति के जीवन में आएंगे। जिंदगी अपनी बुद्धि, विवेक से जीने की सीख देते हुए उन्होंने श्रेष्ठ बनने की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा भी दी।
डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने यह भी कहा कि जिंदगी में श्रेष्ठ बनने के लिए अपनी आदतों, व्यवहार को बदलना होगा। गलत आदत को स्वीकार करोगे को समृद्धि की सीढ़ी प्राप्त नहीं होगी। यदि जीवन में समृद्धि चाहते हो तो दूसरों को इज्जत दो और इज्जत लो। दूसरों के प्रति उपकार का भाव बहुत जरुरी है।
विचारों में कड़वाहट नहीं आनी चाहिए। यदि शुभ विचार रखोगे तो निश्चित ही जीवन शुभमय की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि जीवन में किसी भी सेवा को ग्रहण करो तो उन सेवाओं को धन्यवाद देना सीखें इससे जीवन को नई ऊर्जा मिलेगी। तरक्की के मार्ग प्रशस्त करने के फार्मूले पर अपने विचार रखते हुए डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने कहा कि लोभ से बड़ा बनने की कोशिश कभी नहीं करना चाहिए, जीवन जीने के लिए विद्या को ग्रहण करने पर ईश्वर के दरबार में सम्मान जरुर मिलेगा। धर्म करने वाला फल जरुर पाता है।
ट्रस्टी विजय कोठारी व वीरेंद्र कुमार जैन प्रवचन सुनने के लिए बड़ी संख्या में मारवाड़ी समाज के लोग शरद कोठारी के नेतृत्व में ह्रींकार गिरी धाम पहुंचे। उन्होंने बताया कि इससे पहले प्रतिदिन की भांति सुबह के सत्र में संतश्री वज्रतिलकजी की निश्रा में प्रतिक्रमण व सामूहिक भक्तामर मंत्र जाप किया गया। उन्होंने बताया कि धाम में ही प्रतिष्ठापित मूलनायक परमात्मा पार्श्वनाथजी की दिव्य प्रतिमा का विधिकारक हेमंत वेदमूथा मकशी द्वारा 50 दिवसीय 18 अभिषेक विधान लाभार्थी शरद कोठारी परिवार के सौजन्य से करवाया गया।
पर्यूषण पर्व पर स्वर्ग सरीखा बनेगा हृींकारगिरी धाम
चातुर्मास पर्व के दौरान अद्भुत, अलौकिक पर्यूषण पर्व पर राष्ट्रसंत यतिवर्य डॉ. वसंतविजयजी म.सा. की निश्रा में ह्रींकार गिरी धाम में धर्म प्रभावना के क्षेत्र में श्रद्धा-भक्ति के अनेक अभिनव कार्यक्रम होंगे। ट्रस्टी जय कोठारी ने बताया कि 26 अगस्त से शुरु होने वाले पर्व के दौरान हृींकारगिरी धाम एक तरह से स्वर्ग सरीखा सा बनेगा।
कार्यक्रम के लिए भव्य पांडाल बनाया जाएगा जिसमें दस हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि श्रावक-श्राविकाओं के आने-जाने के लिए बड़ा गणपति से बसों की व्यवस्था की जाएगी। पर्यूषण पर्व के मद्देनजर धाम में दिव्य भक्ति चातुर्मास कर रहे डॉ. वसंतविजयजी म.सा. के नित्य 8 दिनों तक दोपहर 3 से साढ़े चार बजे तक प्रवचन होंगे।