ज्ञान वाणी के अन्य पोस्ट

Khabar

तेरापंथ प्रोफेशनल फॉर्म का 16वां स्थापना दिवस मनाया गया

Sagevaani.com /चेन्नई: तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम चेन्नई ने 16वा...

आनंद-धाम की पुण्यधरा पर “प्रथम स्वाध्यायी सम्मेलन” संप्पन्न

आनंद-धाम की पुण्यधरा पर “प्रथम स्वाध्यायी सम्मेलन” संप्पन्न!...

तेरापंथ महिला मंडल, किलपॉक का हुआ नवगठन

 श्रीमती अनिता सुराणा बनी प्रथम अध्यक्षा, वनिता नाहर मंत्री ...

उपाध्याय भगवन्त पूज्यश्री मानचन्द्रजी म.सा का 63 वां दीक्षा दिवस मनाया गया

वैशाख शुक्ल त्रयोदशी को पण्डित रत्न उपाध्याय भगवन्त पूज्यश्र...

डा प्रियदर्शनाजी म.सा के 68 दिवसीय संथारा पूर्वक देवलोकगमन हो जाने पर गुणानुवाद किये

श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में स...

आत्मा को सजाने का प्रयास करो, शरीर को: प्रविणऋषिजी म. सा. नही- उपाध्याय प्रवर

आत्मा को सजाने का प्रयास करो, शरीर को नही- उपाध्याय प्रवर, अ...

नवकार महामन्त्र दिवस पर नौ संकल्प पर स्वाध्याय अनुप्रेक्षा कार्यक्रम हुआ

स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में रत्न स्वर्ण वर्ष के अं...

ज्योतिषशास्त्र

यदि एक हाथ की हृदय रेखा स्पष्ट नहीं है पर दूसरे हाथ में हृदय रेखा स्पष्ट है तो वह व्यक्ति प्रेम में असफल होता

कनिष्ठा पर समाप्त होता है ! हृदय रेखा जीवन रेखा और मस्तिष्क रेखा के ऊपर हथेली के शीर्ष पर स्थित होती है ! इसका आरम्भ तीन महत्वपूर्ण स्थानों गुरु पर्वत के मध्य स...

विवाह रेखा बीच में टूटी हो तो इससे विवाह टूटने का खतरा बना रहता

➡️ यदि विवाह रेखा बीच में टूटी हो तो इससे विवाह टूटने का खतरा बना रहता है ! ➡️विवाह रेखा पर त्रिशूल का निशान बनने पर पति-पत्नी के बीच काफी प्रेम होता है ! ऐसी र...

ईश्वर की पूजा से बढ़कर होती है माता-पिता की सेवा : साध्वी नूतन प्रभाश्री जी

पर्यूषण पर्व के तीसरे दिन जैन साध्वियों ने बताए अंतगढ़ सूत्र के प्रेरक संदेश Sagevaani.com @शिवपुरी। जिस पर अपने माता-पिता का आशीर्वाद होता है। जो अपने माता-पित...

राशिफल 26 मई

मेष: आज चंद्रमा दिन रात कुंभ राशि पर संचार करेगा। आज ही भद्रा प्रात: 6 बजकर 25 मिनट से सांय 7 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। चंद्रमा के इस संचार से कई राशियों के लिए दि...

अरे सुनिये तो! बिगड़ रहा बच्चा तो तुरंत कर डालिए ये उपाय

बच्चे का दिल पढ़ाई में लगाने के कुछ अचूक उपाय जिन बच्चों का दिल पढ़ाई में नहीं लगता उनके मां—बाप काफी चिंतित रहते है। डांट—फटकार वह तरह—तरह के उपाय करने के बावज...

आनंदमय जीवन का अमोघ साधन है गुरुसेवा

ऊँ माँ चिंतापूर्णी जी के चरणों में अभिनंदन ऊँ भगवतें वासुदेवायं नम: गुरुसेवा ऐसा अमोघ साधन है जिससे वर्तमान जीवन आनंदमय बनता है और शाश्वत सुख के द्वार खुलते हैं...

Skip to toolbar