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महासतीजी स्वर्णप्रभाजी के प्रवचन स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में

महासतीजी स्वर्णप्रभाजी के प्रवचन स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में

श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ तमिलनाडु के तत्वावधान में महासतीजी स्वर्णप्रभाजी के प्रवचन स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में

हुक्म गच्छाधिपति, नानेश पट्टधर, आचार्य भगवंत 1008 पूज्यश्री विजयराजजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी परम विदुषी महासतीजी श्री स्वर्णप्रभाजी म.सा आदि ठाणा 3 से स्वाध्याय भवन साहूकारपेट चेन्नई में सुखसाता पूर्वक विराजित हैं |

आज 11 जनवरी 2025 को श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ के तत्वावधान में प्रवचन सभा में महासती मौलीश्रीजी म.सा ने फरमाया कि हर जीव समस्याओं से ग्रसित हैं, विभिन्न समस्याओं से जकडे हुए हैं कोई रोग से कोई दुःख से कोई अन्य समस्या से | हर कोई समस्याओं से, रोग से, दुःख से मुक्त बनना चाहता हैं, स्वयं को निर्दोष साबित करना चाहते हैं पर दुःख व समस्याओं के मूल कारण तक नहीं पहुंच पाते हैं | मूल रुप से हमारी अपनी आत्मा को रोगों से ग्रस्त बना दिया हैं,अपना अवलोकन स्वयं करे तो निवारण का उपाय स्वतः मिल जाएगा |

प्रवचन सभा में विदुषी महासतीजी श्री स्वर्णप्रभाजी म.सा ने कि फरमाया कि संपति की आधारशिला, परिवार की आधारशिला, आनन्द की आधारशिला सभी की आधारशिला स्वभाव ही हैं | महासतीजी ने आगम की गाथा का उल्लेख करते हुए विस्तृत विवेचन करते हुए फरमाया कि स्वाध्याय सम तप नहीं हैं | स्वाध्याय तीन काल में श्रेष्ठ तप रुप हैं | स्वाध्याय के अर्थ का विस्तृत विवेचन करते हुए कहा कि स्व का अध्ययन ही जीवन जीने की सुन्दर कला हैं | सिद्धि की आधारशिला भी स्वभाव हैं |

प्रवचन सभा का सुन्दर संचालन करते युवक परिषद् तमिलनाडु के शाखा प्रमुख संदीपजी ओस्तवाल ने विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों की सूचनाएं दी |

प्रवचन सभा में श्रावक संघ तमिलनाडु के अध्यक्ष आर पदमचन्दजी बागमार, कार्याध्यक्ष राजेन्द्रजी बागमार, कोषाध्यक्ष अम्बालालजी कर्णावट, निवर्तमान कोषाध्यक्ष प्रकाशचंदजी ओस्तवाल, आर नरेन्द्रजी कांकरिया आर वीरेन्द्रजी कांकरिया स्वाध्यायी नवरतनजी बागमार कांतिलालजी तातेड़, कोषाध्यक्ष गौतमचन्दजी मुणोत, तपस्वी रत्न शांतिलालजी कोठारी, गुरुभक्त नेमीचंदजी कोठारी, भवरलालजी लोढा, रुपराज जी सेठिया, उच्छबराजजी गांग, मनीषजी जैन, इंदरचंद जी मुणोत चंपालालजी बोथरा, लीलमचन्दजी व सुनीलजी बागमार, ज्ञानचंदजी बागमार, रणजीतमलजी घोड़ावत सज्जनराजजी गिया, प्रेमजी बागमार, एकान्तर तपस्वी साधक विमलचंदजी सुराणा, ज्ञानचंदजी कोठारी, चैनराजजी कोठारी, उम्मेद मलजी बागमार, पी गजेन्द्रजी बागमार, वीरेन्द्रजी व नैतिक ओस्तवाल, सुमनराजजी गिया, राजेशजी गड़वानी, दीपकजी योगेशजी श्रीश्रीमाल, महावीरचन्दजी छाजेड़, महावीरचन्दजी भण्डारी, रमेशचंदजी बोथरा, सूरत वासी ललितजी चोरडिया सहित श्राविका मण्डल तमिलनाडु की अध्यक्षा शशिजी कांकरिया, बसंतीदेवीजी कर्णावट, लीलादेवीजी ओस्तवाल, मनोहरबाईजी कोठारी, मनीषाजी कांकरिया, श्रीमती महावीरचंदजी छाजेड़, शान्तिदेवीजी बागमार, पुष्पादेवीजी बागमार, सोनलजी सुराणा, श्रीमती कांतिलालजी तातेड़, मैनाबाईजी बैद सहित चेन्नई महानगर की अनेक श्राविकाओं की उपस्थिति प्रमोदजन्य रही |

महासतीजी श्री स्वर्णप्रभाजी म.सा ने उपस्थित श्रद्धालुओं को व्रत- नियम- प्रत्याख्यान करवाते हुए मंगल पाठ श्रवण करवाने की कृपा की| महासतीजी के दैनिक प्रवचन स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई के अंतर्गत कल दिनांक 12 जनवरी 2025 को इतिहास मार्तण्ड बालब्रह्मचारी आचार्य भगवन्त पूज्यश्री हस्तीमलजी म.सा की 115 वीं जन्मजयन्ति व श्रमण सूर्य दिव्य विभूति मरुधर केसरी मिश्रीमलजी म.सा की 41 वीं पुण्यतिथि पौष शुक्ल चतुर्दशी को जप-तप-त्याग पूर्वक तीन-तीन सामायिक की साधना गुणगान पूर्वक महासती मण्डल के सानिध्य में प्रवचन समय सुबह 8.45 से 11.30 तक मनाई जाएगी |

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