वेलूर एसएस जैन संघ के तत्वाधान एवं श्री ज्ञानमुनि जी के सन्निध्य में पुज्य प्रवर्तक श्री पन्नालालजी म.सा.का जन्म दिवस मनाई गई। इस मौके पर श्री ज्ञानमुनिजी ने कहा कि वे विद्धान,आगमज्ञ,ज्ञानी, ध्यानी,त्यागी,तपस्वी एवं अनुभवी संत थे।
उन्होंने आगमों का अध्ययन किये व त्याग तपस्यामय जीवन बिताये। वे कम उम्र में ही दीक्षा लेकर शास्त्रों का अध्ययन कर तीव्र बुद्धि से ज्ञान प्राप्त किये।
उनसे मरूधर केसरी मिश्रीमलजी भी सलाह लेते थे। दोनो महान संत आपस में बैठकर राय मशवरा कर जैन समाज के कल्याण के लिए निर्णय लेते थे। श्री पन्नालालजी ने ही श्री मिश्रीमलजी को मरूधर केसरी नाम की उपाधि प्रदान किये।