चेन्नई. अयनावरम जैन स्थानक में विराजित साध्वी नेहाश्री ने कहा कि हमने शरीर और कपड़े तो बहुत बदल लिए हैं अब जरूरत है तो अपने जीवन में बदलाव लाने की। हमें अपने बुरे कर्मों को खत्म कर शीर्ष पर पहुंचने की कामना रखनी चाहिए।
आज के जमाने में अच्छा बनना भगवान बनने के बराबर है। अच्छा बनने के लिए तीन बातों पर ध्यान देना चाहिए स्वीकार करो, जिसका नेतृत्व मिले उसे स्वीकार करो, जैसी परिस्थिति हो उसे स्वीकार करो।
स्वीकार करेंगे तो अच्छे बनेंगे। सम्यक दृष्टि सबको स्वीकार करते हैं अपना-पराया नहीं देखते। जैसी भी परिस्थिति आपके समक्ष आती है वह सब आपके कर्मो का फल है इसलिए इसके लिए किसी को जिम्मेदार ठहराकर उससे वैर नहीं करना चाहिए।