कोडमबाक्क्म वडपलनी श्री जैन संघ प्रांगण में आज बुधवार तारीख 5 अक्टूबर को प.पू. सुधा कंवर जी म सा ने नव पद ओली के पांचवें दिन नमो लोए सव्व साहूणं का महत्व समझाते हुए सभी श्रावक श्राविकाओं से कहा कि आज साधु साध्वी भगवंत की आराधना करने का दिवस है। इसी के साथ उनके गुणों का महत्व भी बताया! उसके पश्चात श्रीपाल चरित्र का वाचन किया गया।
आज हमारे युवाचार्य प्रवर महेंद्र ऋषि जी म सा का जन्मदिन है! उनके गुणगान करते हुए म सा ने फरमाया की युवाचार्य जी ने 7 साल की उम्र में ही आचार्य भगवंत आनंद ऋषि जी म सा श्री के सानिध्य में जिन शासन की सेवा करनी शुरू कर दी थी! 1982 में उन्होंने भागवती दीक्षा अंगीकार की और 2015 में इंदौर में साधु सम्मेलन में उन्हें युवाचार्य की उपाधि से अलंकृत किया गया! इसके अलावा भी आज तक उन्हें बहुत सी उपाधियों से अलंकृत किया गया है! वे सहजता सरलता एवं समता की त्रिवेणी है। उनके स्वस्थ स्वास्थ्य की और दीर्घायु की प्रार्थना करते हुए उनके चरणों में वंदन नमस्कार फरमाया!
उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर दो – दो सामायिक का कार्यक्रम रखा गया।