78वां जन्मोत्सव मनाया
नवग्रह शांति अनुष्ठान की शुरुआत
चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा व अन्य साध्वीवृंद के सानिध्य में तप, त्याग, धर्म ध्यान के साथ आचार्य शिवमुनि का 78वां जन्मोत्सव मनाया गया। इस मौके आचार्य के जीवन पर प्रकाश डालते हुए साध्वी सिद्धिसुधा ने कहा उनका जीवन बहुत ही सरल है।
उनके सरल स्वभाव की जितनी चर्चा की जाए कम है। उन्होंने छोटी सी उम्र में दीक्षा लेकर समाज का गौरव बढ़ाया है। वे हमेशा संघ समाज को साथ लेकर चलते हैं और एकता की मिसाल हैं। वे आत्म ध्यान,मौन साधना के माध्यम से खुद स्वस्थ रहते हैं और समाज को भी स्वस्थ रखने की कोशिश करते हैं।
उनके बताए मार्ग पर अगर चलकर मानव भव को सुंदर बनाया जा सकता है। आचार्य का जीवन दूसरों के लिए प्रेरणादायक है। श्रमण संघ के आचार्य होने के बाद भी उनमें अहंकार बिल्कुल भी नहीं है। मैं शिवमुनि के मंगल जीवन की कामना करती हूं।
इससे पहले अठारह दिवसीय नवग्रह अनुष्ठान की शुरुआत पर साध्वी ने कहा नवग्रह जाप जीवन के सुख शांति के लिए होता है। इसका लाभ लें। जीवन को सुखी करना है तो जाप में समय से आकर इसका लाभ लें और जीवन मे उतारें। सांसारिक भाग दौड़ से थोड़ा समय निकाल कर अगर जाप कर लिया तो जीवन सुखी एवं कल्याण हो सकता है।
समय रहते समय का कीमत समझ लेना ही जीवन को ऊंचाई पर पहुंचा सकता है। जाप कर अनियंत्रित मन को नियंत्रित किया जा सकता है। साध्वी समिति ने नवग्रह शांति का विधिविधान के साथ जाप कराया।
इस मौके पर नवग्रह कलश की स्थापना की गई। अध्यक्ष आनंदमल छलाणी, मंत्री मंगलचंद खारीवाल समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।