Share This Post

ज्ञान वाणी

अब चिंता नहीं चिंतन करने का समय: साध्वी धर्मलता

अब चिंता नहीं चिंतन करने का समय: साध्वी धर्मलता

चेन्नई. ताम्बरम जैन स्थानक में शुक्रवार को लोकाशाह जयंती पर विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर साध्वी धर्मलता ने कहा वीर लोकाशाह के जीवन में तीन विशेषताएं विशिष्ट रूप से विद्यमान थी-तीव्र स्मरण शक्ति, अद्भुत प्रतिपादन शैली एवं सुंदर मुक्ताक्षर। कोई जगत में कर्मवीर बनकर आता है तो कोई रणवीर, लेकिन हेमाशाह-केशरबाई का लाल धर्मवीर बनकर आया था।

अरहटवाड़ा में जन्म लेकर क्रांति का शंख फूंकते हुए देशभर में धर्म का प्रचार किया एवं संयम लेकर लोकागच्छ के नाम से प्रसिद्ध हुए। साध्वी ने विदाई के मौके पर कहा मिलन का समय खिले हुए फूल की तरह पुलकित होता है, संयम पंख फैलाकर निकल जाता है लेकिन बिछुडऩे का दारुण दुख पैदा कर जाता है। यद्यपि गमन में गम जरूर है लेकिन हम यहां से आपका असीम स्नेह लेकर जा रहे हैं।

संत जहां से विहार करते हैं वहां सूना-सूना और जहां जाते हैं वहां सोना-सोना हो जाता है। अब चिंता नहीं चिंतन करने का समय है। साध्वीवृंद सुप्रतिभा व अपूर्वा ने गीतिका सुनाई। साथ ही कन्या मंडल व बहू मंडल ने भी प्रस्तुति दी। साथ ही पारसमल भलगट, सुरेश गुंदेचा, कांतिलाल गांधी, ओमप्रकाश कसवां, रतनचंद सुराणा, मनसुख भलगट व चंदनमल मुणोत समेत अनेक लोगों ने विचार व्यक्त किए।

अशोक गुंदेचा व खेमचंद बोहरा ने दर्शनयात्रा कार्यक्रम के बारे में बताया। समारोह में ईदापेट, सेलयूर, क्रोमपेट, पल्लावरम, गुडुवांचेरी व पेरंगलत्तूर से श्रद्धालुओं ने साध्वी के समक्ष विनती की। साध्वी ने यहां से प्रस्थान कर आनंद जैन स्कूल पहुंची। इस मौके पर आनंद जैन महिला मंडल एवं बहू मंडल का चयन किया गया।

इनमें महिला मंडल की जमनाबेन गांधी अध्यक्ष, मैनाबाई भलगट मंत्री, पुष्पाबेन मूथा उपाध्यक्ष एवं लक्ष्मीबेन भलगट कोषाध्यक्ष चुनी गई। इसी प्रकार बहू मंडल की किरण गांधी अध्यक्ष एवं राखी विनायकिया मंत्री चुनी गई।

Share This Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>

Skip to toolbar