उज्जैन। जैन पर्व पर्युषण के द्वितीय चरण (दशलक्षण) पर जैन मीडिया सोशल वेलफेयर सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनायक अशोक लुनिया ने घोषणा करते हुए कहा कि जैन समाज के तीर्थो को कैसे सुरक्षित किया जाए, आर्थिक रूप से कमजोर भाई-बहन को आर्थिक संरक्षण देकर कैसे मजबूत किया जाए, जैन समाज की लड़कियों को अन्य धर्म में जाने से कैसे रोका जाए, जैन धर्म का अपना स्कूल-कॉलेज, हॉस्पिटल एवं उद्योग का निर्माण कर समाज के युवाओं को कैसे मजबूत किया जाए सहित इसी तरह के 100 से अधिक मुद्दों पर मंथन किया जाएगा।
लुनिया ने कहा कि हम समाज के 50 संतों के मार्गदर्शन में ऐसे डिजिटल धर्म कुम्भ (वर्ष-2022 में) का आयोजन करने जा रहे है जिसमें देश भर के सकल जैन संतो को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कुम्भ का हिस्सा बनाया जाएगा। लुनिया ने बताया कि जैन संत पैदल विचरण करते है और एक स्थान पर सभी संतो का पहुंच पाना काफी जटिल है।
इस कारण से संतो को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि उक्त कुम्भ 4 चरणों मे एक माह तक संचालित किया जाएगा। जिसके लिए 1000 से अधिक वीडियो कैमरा व स्क्रीन की आवश्यकता होगी और समस्त संतो को एक साथ कांफ्रेंस से जोडऩे के लिए देश भर में 1000 से अधिक कैमरे और वीडियो स्क्रीन की जरूरत पड़ेगी।
लुनिया के अनुसार उक्त कुम्भ देश भर में जैन समाज के लिए एक मिसाल साबित होगा। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अंतराष्ट्रीय शास्त्रीय कलाकारों के माध्यम से आयोजन का प्रचार-प्रसार किया जाएगा, इसके लिए हम समाज के हर वर्ग को इसके लिए सक्रिय करेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि जैन मीडिया सोशल वेलफेयर सोसाइटी की साधारण सदस्यता नि:शुल्क किया जा रहा है जिससे देश भर के समाजजन ज्यादा से ज्यादा तादाद में संघ से जुड़ सकें। इसके लिए जैन प्रेस क्लब की वेबसाइट पर जाकर सदस्य्ता फॉर्म भर के नि:शुल्क सदस्यता ग्रहण की जा सकती है।