रविवार को मनाया जाएगा गणेशलाल जयंती
चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा ने कहा कि सच्चे मनुष्य को किसी के सामने सबूत देने की जरूरत नहीं पड़ती है। बल्कि उनके व्यक्तित्व से ही लोगो को जवाब मिल जाता है। जब मनुष्य कुछ गलत करता है तो उसे बहुत सारे सवालों का जवाब देना पड़ता है लेकिन सच्चे मनुष्य को ऐसा नहीं करना पड़ता है।
जो आत्मा के प्रति सच्चे होते हैं उन्हें दुनिया से डर नही लगता है। उन्होंने कहा कि दूसरो के प्रति सच्चाई हो या ना हो पर खुद की आत्मा के प्रति तो सच्चा होना ही चाहिए। साध्वी समिति ने कहा कि गुरु की महिमा बहुत ही अलग होती है। जब मनुष्य आगे बढ़ता है तो उसके साथ उसका गुरु भी आगे निकल जाता है।
गुरु के दिखाए मार्गो पर बढ़ते हुए ही मनुष्य जीवन मे आगे जा सकता है। कर्नाटक गज केसरी गणेशलाल का जीवन बहुत ही महान था। हम सब रविवार को उनका जयंती मनाने जा रहे हैं तो उसकी शुरुवात आज से करने की जरूरत है। मनुष्य जितना संयम में रह कर उनके चारित्र को जीवन मे उतारेगा उतना जल्दी समय बदल जायेगा।
उन्होंने कहा कि गणेशलाल का जीवन बहुत ही संयम वाला था। उन्होंने जिन शासन को चमकाने के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। उन्होंने दूसरो के प्रति अपना पूरा जीवन लगा दिया तो क्या मनुष्य अपने जीवन को बदलने के लिए थोड़ा तपश्या नहीं कर सकता है। तपश्या, त्याग और संयम के माध्यम से आत्माओ को भावित करना चाहिए। दुख आने के बाद लोग गुरु को याद करते है।
लेकिन सच्चा शिष्य वही होता है जो दुख में नहीं बल्कि सुख के समय भी गुरु को याद रखते है। अगर सुख के समय गुरु को याद किया जाए तो निश्चय ही दुख जीवन मे नहीं आएंगे। जन्म जयंती के उपलक्ष में पंच दिवसीय कार्यक्रम के तहत गुरुवार को दया दिवस एवम पूजा दुगगड द्वारा ध्यान साधना मेडिडेशन कार्यक्रम सम्पन हूआ।
शुक्रवार को ज्ञान पंचमी आराधना एवं स्वाध्याय दिवस मनाया जाएगा जिसमे अभय श्री श्रीमाल अपना विशेष उद्बबोधन देगे धर्म सभा मे अध्यक्ष आनंद मल छलाणी उपाध्यक्ष सुरेश कोठारी महावीर सिसोदीया समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे, कार्यक्रम का संचालन मंत्री मंगल चंद खारीवाल ने कीया।