उन्होंंने मुनि घासीलाल के गुणानुवाद दिवस पर उनके जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा घासीलाल का जीवन बहुत ही सरल, तपमय और साधनामय था। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर हमें आगे बढऩा चाहिए। सच्चे मन से अगर महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा ली जाए तो जीवन में बदलाव संभव हो सकता है।
गौतममुनि ने कहा जब किसी संघ में पुण्यवानी के कार्य होते हैं तभी संतों का आगमन होता है। संतों का आना तभी सार्थक होगा जब लोग उनसे प्रेरणा लेकर जीवन को बदलने का प्रयास करेंगे। अच्छी बातें सीखकर परिवार एवं संघ का नाम रोशन करना चाहिए। दूसरों को सुख देना मतलब अपनी आत्मा को सुखी करने जैसा है। जीवन में हमेशा मानवता के कार्य करने चाहिए।
उन्होंने कहा मन में संतोष रखने वाला मनुष्य एकदम सुखी रहता है। आज के साथ अपने भविष्य को भी सोचना चाहिए। जब मनुष्य अपने आज को अच्छा करेगा तो उसका भविष्य भी अपने आप ही अच्छा होता चला जाएगा। मानव मूल्यों के सभी अच्छे गुण अपनाकर जीवन सफल बनाने का प्रयास करना चाहिए। गुरु भगवंत रविवार को विहार कर चैंगलपेट जैन स्थानक पधारगे और वहीं पर प्रवचन होगा।