विराट तपस्वी पु. विराग मुनीजी के पाये दर्शन ! रायपूर ( छत्तिसगड) -विराट तपस्वी 171 निरंतर उपवास कर जिनशासन की शान बढानेवाले पु गुरुदेव विराग मुनीजी के दर्शन एवं मंगल आशिर्वाद पाने पहुंचे आकुर्डी- निगडी- प्राधिकरण श्री संघ के अध्यक्ष एवं ज्येष्ठ समाज सेवी सुभाष ललवाणी एवं कांता जी ललवाणी!
दर्शन पश्चात गुरुदेव की संय्यम पथ की कहानी सुनी जिसमे स्वयंसंग धर्मपत्नी, एकलौता बेटा, एकलौती बेटी ने एकसाथ दिक्षाग्रहण कर जिनशासन की शान बढाई! संसार के सभी सुखो का त्याग कर संय्यम पथ को प्रशस्त करने का लक्ष्य जिनशासन की सेवा का लंक्ष्य और विचरण करते करते तप आराधना के भाव बनाकर तपआराधना शुरु की !
नित्य नियमो के अलावा प्रवचन, विहार, अन्य साधुओं के लिए गोचरी लाना, अनेक घरे को पगल्या ( चरणस्पर्श) आदि नियमीत रुप से करते रहे और लगातार 171 निरंकाल उपवास कर एक “ विश्व- विक्रम” प्रस्थापित किया!
ऐसे महान संत के दर्शन से ललवाणी दांपत्य प्रभावित हुआ और महाराष्ट्र मे पुना तरफ पधारने की बिनंती रखी! साथ साथ विचक्षण जैन विध्यापीठ , कैवल्यधाम दादावाडी रायपूर के प्रणेता पु . गुरुदेव महेंन्द्र सागरजी म. सा. एवं पु मनिष सागर जी म.सा. ( संसारपक्ष केपिता पुत्र) के दादावाडी रायपुर में मंगल आशिर्वाद प्राप्त किये!