सूरत। राष्ट्र-संत महोपाध्याय ललितप्रभ सागर महाराज एवं महान दार्शनिक राष्ट्र-संत चन्द्रप्रभ महाराज का 15 दिसम्बर, शनिवार को सूरत नगर में भव्य मंगल-प्रवेश होगा। इसी के साथ 15 से 20 दिसम्बर तक प्रतिदिन सुबह 9.30 से 11 बजे तक साकेत टेक्सटाइल मार्केट परिसर, आईमाता चैक के पास, अभिलाषा बिल्डिंग के पीछे, पर्वत पटिया में विराट सत्संगमाला शुरू होगी और तन, मन और जीवन को चार्ज करने वाली आध्यात्मिक प्रवचनों की ज्ञान गंगा बहेगी। राष्ट्र-संत जीने की कला से जुड़ी इस 6 दिवसीय सत्संगमाला के जरिए जन-मानस को जीवन-निर्माण तथा व्यक्तित्व-विकास के बेहतरीन गुर सिखाएंगे।
राष्ट्र-संत ललितप्रभ सागर, चन्द्रप्रभ सागर और डाॅ. मुनि शांतिप्रिय सागर समस्त सूरत खरतरगच्छ जैन श्री संघ एवं ललितचन्द्रप्रभ सूरत प्रवास व्यवस्था समिति के तत्वावधान में यह प्रवचनमाला कर रहे हैं। अब तक देश के 21 राज्यों के लाखों लोग इन राष्ट्र-संतों के प्रभावी प्रवचनों का लाभ उठा चुके हैं। सर्वधर्म सद्भाव से जुड़े इन राष्ट्र-संतों के प्रवचनों में छत्तीस कौम की जनता उमड़ती है और ये हर विषय पर प्रवचन देते हैं। मुंबई के बोरीवली स्थित कोरा केन्द्र मैदान में भव्य चातुर्मास पूर्ण कर संतगण पदयात्रा करते हुए सूरत आ रहे हैं।
संयोजक बाबूलाल संखलेचा के अनुसार अपनी प्रभावी प्रवचन शैली के लिए पूरे देश भर में लोकप्रिय और चालीस हजार किलोमीटर की पदयात्रा कर चुके इन दोनों राष्ट्र-संतों की संस्कार-निर्माण, व्यक्तित्व-विकास और जीवन-मूल्यों पर दी गई प्रेरणाएँ जनमानस में नई ऊर्जा का संचार करती हैं और इनमें धार्मिक समरसता की अद्भुत शक्ति है। 15 दिसम्बर से शुरू होने वाले विराट प्रवचनमाला में राष्ट्र-संत जीवन-निर्माण, व्यक्तित्व-निर्माण, स्वास्थ्य-सुधार, पारिवारिक प्रेम, केरियर, धर्म, अध्यात्म, ध्यान योग और समाज-निर्माण से जुड़े विविध विषयों पर प्रवचन देंगे।
नगर प्रवेष की विराट एवं भव्य सत्संग शोभायात्रा निकलेगी-राष्ट्र-संतों के शहर आगमन पर छत्तीस कौम के श्रद्धालुओं द्वारा उनकी भव्य अगवानी की जाएगी। शनिवार को प्रातः 8.30 बजे श्री माॅडल टाउन, महावीर भवन से मंगल-प्रवेष एवं सत्संग की शोभायात्रा निकलेगी जिसके साकेत मार्केट पहुँचने पर राष्ट्र-संतों के नागरिक अभिनंदन के साथ ज्ञानगंगा एवं सत्संग का महाकुंभ प्रारंभ हो जाएगा इस दौरान वे पहला पैगाम सूरत के नाम पर संबोधन देंगे।