नवकार महामन्त्र जाप आराधना शुरू
चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा एवं अन्य साध्वीवृंद के सानिध्य में जारी नवग्रह शांति जाप के तहत रविवार को सूर्य देव का जाप हुआ। इस मौके पर साध्वी ने कहा पिछले कई दिनों से जाप चल रहा है तो जाप करने के बाद रोज खुद में बदलाव देखना चाहिए।
अगर कुछ बदल रहा है तो समझो सही तरीके से जाप फलित हो रहा है। अगर बदलाव नहीं दिख रहा तो उसके कारण का पता लगाने का प्रयास करना चाहिए। सूर्य की रोशनी की तरह ही मनुष्य को अपना जीवन प्रकाशमय करना चाहिए। साध्वी समिति ने कहा महान सतियों के जीवन में भी मोह माया था लेकिन समय आने पर उन्होंने उसे त्याग दिया।
समय रहते अगर मोह माया को नहीं त्यागते तो शायद उनका जीवन नहीं बदलता। वर्तमान में लोग मोह माया में फंस कर आत्मा को भूल रहे हैं। उनकी परेशानी का सबसे बड़ा कारण उनकी मोह माया ही है। जब तक मनुष्य मोह माया को नहीं छोड़ेगा तब तक आत्मा का कल्याण नहीं हो सकता। आत्मा के कल्याण की चिंता नहीं करने वालों के जीवन से अंधकार कभी भी दूर नहीं होगा।
अंधकार में चलने वाले सांसारिक ठोकरों से नहीं बच सकते। जब तक जीवन में प्रकाश लाने के कार्य नहीं किये जायेंगे अंधकार दूर नहीं हो पायेगा। आत्मा के कल्याण के लिए सतियों ने दुनिया की प्रत्येक ऐशो आराम को त्याग दिया था लेकिन मनुष्य कल्याण के लिए थोड़ा सुख भी नहीं त्याग पाता।
मनुष्य संसार के झूठे सूखों की लालच में मार्ग से भटक रहा है। जब तक सही मार्ग पर नहीं चलेगा उनकी बंद आंखें नहीं खुल सकती हैं। सतीवृन्द के सानिध्य में घर घर नवकार महामन्त्र जाप अराधना सुरेशचंद महेशचंद सुरेन्द्र प्रदीप कोठारी के निवास से शुरू हुआ जिसमें संघ के पदाधिकारियों के अलावा अनेक लोगों ने लाभ लिया।