कोयम्बत्तूर.श्रावण मास के आखिरी रविवार को राजस्थानी संघ भवन में महारुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। आरएस पुरम स्थित संघ भवन में दोपहर से पहले ही रूद्राभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगने का सिलसिला शुरु हो गया था। शाम साढ़े छह बजे तक महारुद्राभिषेक हुआ। रात्रि 8.30 बजे महादीप आराधना हुई।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए रमेश कुमार टिबरेबाल ने बताया कि सर्वप्रथम हवन किया गया। इसके बाद संगीतमय पाठ शुरू किया गया। शहद, दुग्ध व जल से श्रद्धालुओं ने अभिषेक किया। भक्तिभाव से भगवान शिव की पूजा की। इस अवसर पर संघ भवन में बारह ज्योर्तिलिंग की झांकियां सजाई गईं।
मंत्राोच्चार की गूंज
श्रद्धालुओं ने बताया कि संघ भवन में होने वाले इस कार्यक्रम का इंतजार रहता है। धूप होने के बावजूद श्रद्धालुओं में हर आयु वर्ग के लोग व महिलाएं अभिषेक के लिए कतार में लगीं थीं। देर शाम तक हजारों श्रद्धालुओं ने महोत्सव में भाग लिया।
राजस्थानी भवन में प्रवेश करते ही कैलाश पर्वत, देश के सभी 12 ज्योर्तिलिंग की झांकी सजाई गई थी। सुबह से ही यहां तमिल व उत्तर भारत के वेदपाठी पंडितों केमंत्रोच्चार शहर में दूर तक गूंजते रहे। इस अवसर का लाभ उठाने के लिएशहर भर से सामान्य नागरिकों से लेकर जनप्रतिनिधि व उच्च अधिकारी शिव के दरबार में हाजिर हुए। व्यवस्थाएं बनाने के लिए पुलिसकर्मी तैनात थे।