चेन्नई. साहुकारपेट के जैन भवन विराजित साध्वी सिद्धिसुधा ने कहा कि मनुष्य चार पल कि खुशी के लिए पाप तो करता है पर उसका परिणाम जीवन भर भुगतना पड़ता है। अगर हर पल सही मार्ग पर ही चला जाये तो जीवन मे दुख आएगा ही नही। ये सबको पता है कि गलत काम का नतीजा भी गलत ही होता है लेकिन गलत कार्य से बचता कोई नही है।
पाप करने में तो बहुत आसान लगता है पर उसके परिणाम जीवन को तबाह करने बाले होते है। जो मानव इन मार्गो से बच जाते है उनका जीवन ऊंचाइयों पर पहुच जाता है। साध्वी समिति ने कहा कि भगवान महावीर ने खुद को तो शुद्ध किया ही साथ मे सबके लिए शुध्दि का मार्ग बतलाया है। उनके बताए मार्गो का अगर मनुष्य अनुसरण करले तो दुख रूपी जीवन सुखी बन जायेगा।
उन्होंने कहा कि अगर मनुष्य चाहे तो प्रतिक्रमण कर जीवन के पापों को काट सकता है। प्रतिक्रमण करने से मनुष्य की आत्मा परभाव से स्वभाव में प्रवेश करती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से नाव में बैठा बुद्धिमान मनुष्य नाव में छेद होने पर उसे ढकने की कोशिश करता है और पानी बंद हो जाता है। लेकिन अज्ञान लोग दूसरी छेद बना देते है जिससे पानी का प्रवाह तेज होता है और नाव के साथ नाव में बैठा अज्ञान व्यक्ति भी डूब जाता है।
ठीक उसी प्रकार से प्रतिक्रमण का कार्य होता है इसके माध्यम से पाप के छेदों को बंद किया जा सकता है। जिस प्रकार से लोग सुबह से शाम तक के व्यापार का रात में हिसाब लगाते है। उसी प्रकार से प्रतिक्रमण कर दिन भर के पापों के दाग को धूल लेना चाहिए। अगर किसी कपड़े पर कोई दाग पड़ता है तो लोग उसे पानी से धोने के बाद सर्फ का इस्तेमान करते है, ताकि दाग की गहराई पानी से मिट जाए।
उसी प्रकार से दिन भर में किया हुआ पाप कम करने के लिए प्रतिक्रमण करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण मर्यादा तोड़ती है और प्रतिक्रमण मर्यादा में रहना सिखाती है। जो मानव मर्यादा का उल्लंघन नही करते उनका जीवन सफल हो जाता है।
उन्होंने कहा कि सुबह प्रतिक्रमण कर रात भर और रात को प्रतिक्रमण कर दिन भर के पाप को कम किया जा सकता है। अगर ऐसा संभव नही है तो 15 दिन में एक बार प्रतिक्रमण कर पापों की आलोचना कर लेनी चाहिए। ऐसा करने से मानव जीवन को महान बनाया जा सकता है। लेकिन ऐसा तभी संभव होगा जब मानव, भाव पूर्वक प्रतिक्रमण करें। दिखावे के लिए करेगा तो इसका जीवन पर कोई असर नही पड़ेगा।आज भंक्ताबर अनुष्ठान की 16 वी गाथा का अनुष्ठान सम्पन हूआ ।
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य मे विशेष सास्कूतिक कार्यक्रम एवम सामूहिक रक्षाबंधन समारोह रहेगा ।धर्म सभा मे जैन कान्फेस तमिलनाडु अध्यक्ष महावीर रांका, बाबूलाल भंसाली , रंजीत गादीया ,धीरज छाजेड , पूथ्वी राज नाहार,उत्तम नाहार, बाबूलाल चतुरमूथा, समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।