चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा ने कहा कल की चिंता में आज को गंवाना नहीं चाहिए। किसी को पता नहीं कब तक जीवन चलेगा। इसलिए जब तक समय है खुद का जीवन बना लेना चाहिए। आत्मा अपनी है इसको शुद्ध कर लेना चाहिए।
साध्वी सुविधि ने कहा मनुष्य को दूसरों की जगह खुद से सवाल करना चाहिए। अगर जबाव मिल जाये तो जीवन में बदलाव आ जाएगा। वर्तमान में लोगों को अपने से ज्यादा दूसरों से सवाल करने में मजा आता है। लोग दूसरो के जख्म को ताजा करने की कोशिश करते हैं।
ऐसा करके दूसरों को तकलीफ देते हैं। ऐसा करने से हासिल कुछ नहीं होता। लोग दूसरो की सुंदरता और धन दौलत देखते हैं तो परमात्मा से सवाल करते हैं मुझे कुछ नहीं मिला, लेकिन जो उनके पास है उसके लिए कभी सवाल नहीं करते है।
मनुष्य को पुण्य से मिली वस्त पुण्य में ही लगानी चाहिए। दूसरों की देखने के बजाय खुद के पास की वस्तु के साथ खुश रहें। ज्ञानी कहते है कि हर व्यक्ति पूंजी लेकर आता है। उसमे कुछ गलत कर खाली होकर जाते हैं और कुछ लोग उस पूंजी को बड़ा कर जीवन बदल लेते है।
सोचना आपको है कि आप इस पूंजी का कैसे उपयोग करेंगे। अभी समय है अगर सही निर्णय नहीं लिया तो कल मौका नहीं मिलेगा।