आचार्यश्री महाश्रमणजी के सान्निध्य में लाडंनू में आगामी 24 जनवरी को सांसारिक जीवन का त्याग कर साध्वी दीक्षा ग्रहण करने जा रही विजय नगर निवासी, रायपुरम-चेन्नई प्रवासी मुमुक्षु बहिन धनवंती (सुरभि श्रीश्रीमाल) सुपुत्री श्रीमती सूरज बाई-अशोक कुमार श्रीश्रीमाल का अभिनंदन समारोह तेरापंथ भवन, साहूकारपेट में आयोजित किया गया। महिला मंडल से श्रीमती वसंता बाबेल व स्नेहा सेठिया द्वारा मंगलाचरण के पश्चात तेरापंथ सभाध्यक्ष प्यारेलाल पितलिया ने स्वागत वक्तव्य में चेन्नै के सकल जैन समाज से पधारे हुए आगंतुकों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने मुमुक्षु बहिन के त्याग व वैराग्य की अनुमोदना करते हुए इसे अत्यंत साहसिक निर्णय बताया।
मुमुक्षु बहिन धनवंती ने अपने बचपन से वैराग्य तक की यात्रा का भावपूर्ण वर्णन करते हुए चेन्नै समाज से और अधिक व्यक्तियों को संयम जीवन ग्रहण कर, गुरु चरणों में समर्पित होने की प्रबल प्रेरणा दी। महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा हिरण, साहूकार ट्रस्ट बोर्ड मंत्री राजेन्द्र भंडारी, अभातेयुप पूर्वाध्यक्ष गौतमचन्द डागा, ज्ञानशाला से नरेंद्र भंडारी, श्री प्रवीण बाबेल ने वक्तव्य से मुमुक्षु के प्रति मंगल भावना अभिव्यक्त की। मुमुक्षु बहिन के परिवार से भ्राता दीपक श्रीश्रीमाल, भगिनी सोनल आच्छा व माताश्री सूरज बाई ने मुमुक्षु के जीवन से संबंधित संस्मरण सुनाते हुए उनके प्रति भावपूर्ण मंगल कामना की। ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं ने गीतिका का संगान किया तथा कन्या मंडल द्वारा लघु नाटिका की प्रस्तुति दी गयी।
मुमुक्षु बहिन का माल्यार्पण व अभिनंदनन पत्र से सम्मान किया गया। तेरापंथी सभा के तत्वावधान में समस्त संघीय संस्थाओं द्वारा प्रदत्त अभिनंदन पत्र का वाचन राजेन्द्र भंडारी ने तथा ज्ञानशाला के अभिनंदन पत्र का वाचन मनोज डूंगरवाल ने किया। आभार ज्ञापन सभा सहमंत्री विकास सेठिया ने तथा मुमुक्षु बहिन का परिचय प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम का कुशल संचालन सभा मंत्री गजेंद्र खांटेड ने किया। कार्यक्रम में उत्साहजनक उपस्थिति रही।
स्वरुप चन्द दाँती
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई