चेन्नई. नई धोबीपेट जैन स्थानक में चातुर्मासार्थ विराजित साध्वी साक्षीज्योति ने कहा संसार में बड़ा तो हर व्यक्ति बनना चाहता है लेकिन बडप्पन बहुत कम लोगों में आ पाता है। उम्र में बड़े हुए व्यक्ति में भी अपार, मन के साथ वाणी में भी तुच्छता नजर आती है।
जो सही मायने में बड़े होते हैं वे कभी तुच्छ नहीं हो सकते और जो तुच्छ होते हैं वे कभी बड़े नहीं बन सकते। यदि संसार में सभी व्यक्ति विशालता धारण कर लें धरती पर किसी तरह की अशांति नहीं रह सकती और चारों तरफ प्रसन्नता कमा साम्राज्य स्थापित हो सकता है।
जो लोग आत्मवत सर्वभूतेषु की भावना के साथ जीते हैं उनके रोम-रोम में बड़प्पन जाग्रत हो जाता है और उनकी आत्मा में अनंत क्षमा गुण समा जाते हैं।
ऐसे व्यक्ति घर, परिवार व समाज में प्रेम व शांति का वातावरण बना लेते हैं। संघ के उपमंत्री ललित मकाना ने बताया कि रविवारीय प्रवचन दोपहर दो से साढ़े तीन बजे तक रहेगा। संचालन संजय दुगड़ ने किया।