आचार्य श्री महाश्रमणजी के पावन सान्निध्य में 12वाँ अखिल भारतीय तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम कॉन्फ्रेंस बेंगलुरु में दिनांक 17-18 अगस्त को आयोजन हुआ। इस कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र मे पूज्य प्रवर ने फरमाया- तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम विभिन्न रतनो की माला है। एक साथ पिरोए जाने से इनकी गुणवत्ता में वृद्धि हुई हैं। बौद्धिक शक्ति होने से कार्य सरल एवं सुंदर हो जाता है। अपेक्षा है माला के बाहर स्थित रत्नों को पहचान कर उन्हें भी इस माला में जोड़ लिया जाए।
इस कॉन्फ्रेंस की थीम – ‘मैं हूँ अपने भाग्य का विधाता’ के संदर्भ मे विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया। साध्वी प्रमुखाश्री जी के मंगल पाथेय उपरांत साध्वी श्री चरितार्थप्रभा, मुनि श्री रजनीशकुमार, मुनि श्री कुमारश्रमण ने उद्बोधन दिया।
मुनि श्री रजनीशकुमार ने टीपीएफ के अंतर्गत होने वाली विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी ली। इसी क्रम में टीपीएफ चेन्नई द्वारा प्रारंभ किए गए नए प्रोजेक्ट टीपीएफ -हुनर की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गई। पुरस्कार की कड़ी में टीपीएफ चेन्नई को एक नई पहल – हुनर प्रोजेक्ट और चिकित्सा के क्षेत्र में भिक्षु आरोग्य क्लिनिक प्रारंभ करने हेतु स्पेशल रिकॉग्निशन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2 दिन के इस अधिवेशन में देशभर से करीब 430 सदस्यों ने भाग लिया|
जिसमें टीपीएफ चेन्नई चैप्टर के अध्यक्ष श्री अनील लुणावत के साथ 25 सदस्यों ने सहभागिता दर्ज कराई। चेन्नई शाखा द्वारा प्रारंभ किए गए स्किल सेंटर टीपीए हुनर की डिजिटल प्रस्तुति दी गई।
विभागाध्यक्ष : प्रचार – प्रसार
आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति