वेलूर. यहां श्री संभवनाथ श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के तत्वावधान में गुरुवार को मुनि कल्पज्ञविजय और साध्वी केवल्यप्रज्ञा का शांति भवन में चातुर्मासिक प्रवेश हुआ। प्रवेश से पूर्व मुनियों के सान्निध्य में क्राउन थियेटर से शोभायात्रा निकाली गई जो सीएमसी रोड, गांधी रोड, बेरी बक्काली स्ट्रीट, मुरगन मंदिर गली, श्री संभवनाथ जैन मंदिर होते हुए शांति भवन पहुंची जहां संतों ने चातुर्मासिक प्रवेश किया।
इस मौके पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि कल्पज्ञविजय ने कहा चातुर्मास का लक्ष्य है कि परमात्मा की शरणागति में जाना, परमात्मा का प्यार पाना है। सदाचारिता, कर्तव्य परायणता, परलोक चिंता, पुण्य, श्रद्धा में पवित्रता लानी है।
इन पांच गुणों से हम प्र्रभु का प्यार पा सकेंगे। चातुर्मास ज्ञान, दर्शन, तप, आराधना का मौसम है। संतों व साध्वियों का आगमन शुभ संदेश लेकर आता है। व्यक्ति को सही दिशा देने के लिए संतों का मार्गदर्शन अत्यंत आवश्यक है।