चेन्नई. थाउजेंड लाइट्स जैन स्तानक मेंं विराजित उपप्रवर्तक गौतममुनि ने कहा कि जीवन को अद्दर्श और परिवार को उचाइयां प्रदान करने के लिए जीवन के अंदर गुणों को अवधारण करने की जरूरत है। जिस परिवार में उदारता होती है वह परिवार हमेशा ऊंचाइयों पर पहुंचता है। जीवन मे हमेसा दूसरो की मदद करने के लिए आगे होना चाहिए।
मनुष्य को जब भी मौका मिले तोो अपने वस्तुओं का सही से प्रयोग करना चाहिए। लोगो की सहायता करने के लिए हर वक़्त तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगो की मदद करने वालो का हमेसा भला होता है। जीवन मे जितना हो सके लोगो की मदद करना चाहिए।उन्होंने कहा बहुत सारे ऐसे लोग होते है जो दिखावे के लिए धर्म और दया का कार्य करते है।
लेकिन याद रहे दूसरों को दिखाने के लिए किया गया धर्म किसी काम का नही होता। कोई देखे या ना देखे अगर दया करना है तो दिल से करना चाहिए, अन्यथा समय व्यर्थ करने का कोई मतलब नही निकलता है। सही मायने में दया करने वाले अपने जीवन को सार्थक बना लेते है। उन्होंने कहा जीवन को सही मार्ग से जोडऩे के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपनी आत्मा की शुद्धि के लिए समय निकालना चाहिए। सागरमुनि ने कहा की परमात्मा ने जगत के सभी जीवों पर अनन्त उपकार किये हैं। उनके उपकारों को कभी भी भूलना नही चाहिए।