मदुरै – आचार्यश्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वीश्री उज्ज्वलप्रभाजी का 17 दिवसीय प्रवास विविध प्रसंगो के साथ जुडा हुआ प्रवास रहा। साध्वीश्रीजी ने मंगलभावना के अवसर पर कहा – जीवन में कभी ऐसे क्षण या अवसर आते हैं जिस क्षण या अवसर को प्राप्त कर जीवन को नई दिशा प्राप्त होती हैं। चेतना का उर्ध्वारोहण होता है। साधु साध्वियों की सन्निधि ,उनके प्रवचन , उनके दर्शन प्राप्त कर कईयों ने अपने जीवन को अध्यात्ममय बनाया हैं। मदुरै श्रावक समाज साधु – साध्वियों की अच्छी सारसंभाल करता हुआ अपने दायित्व के प्रति पूर्ण जागरूक हैं।
साध्वी श्री अनुप्रेक्षाश्रीजी ने कहा – मनुष्य जन्म प्राप्त करना सौभाग्य है, वह सौभाग्य शतगुणित होता है जो मनुष्य जन्म का मूल्यांकन करता हुआ सजग रहता हैं। इससे पूर्व
मंगलभावना समारोह में सुश्री कोमल जीरावला ने मंगलाचरण ,तेरापंथ सभा अध्यक्ष जयंतीलाल जीरावला ,तेयुप मंत्री राजकुमार नाहटा ,महिला मंडल अध्यक्ष नयना पारख, मधु पारख, सभा सहमंत्री गौतम गोलेच्छा ,लक्ष्य जीरावला ,कोमल जीरावला, पुलकित बोकड़िया , नवदीप संकलेचा महिला मंडल गीतिका एवं जैन समाज से डुंगरचंद श्री श्री माल आदि ने अपनी भावना व्यक्त की एवं साध्वीश्री के आगे के मंगल विहार के प्रति मंगलभावना प्रेषित की । कार्यक्रम का कुशल संचालन कन्यामण्डल पूर्व संयोजिका मीठी गोलछा ने किया ।ये जानकारी मधु जीरावला ने दी ।