चेन्नई. जैन स्थानक रिडल्स में विराजित उपप्रवर्तक विनयमुनि ने कहा कि मनुष्य को हमेशा अपने से छोटे और निचे के लोगों का सहायता करने के लिए आगे रहना चाहिए। अगर कोई मदद के लिए सामने आए तो उसे कभी मायूस नही करना चाहिए। सेवा के परोपकार से आगे बढऩे में मजबूती मिलती है। दुनिया का कोई भी मनुष्य पेरशान नहीं होना चाहता है। अगर कोई अपनी परेशानी लेकर सामने आए तो हो सके तो मदद करें अन्यथा उसे ज्यादा परेशानी में ना डाले।
हर मनुष्य ऊपर उठना चाहता है बस उसे ऊपर उठाने वाला कोई चाहिए। अगर हम अपने सह धर्मी भाई और परिजनों की मदद करेंगे तो वे भी आगे बढऩे लगेंगे। लोगों की मदद करनी चाहिए, क्योंकि हो सकता है कि आप जिसकी आज मदद कर रहे हो कल वे आप की भी मदद कर दे। लक्ष्मी चंचल होती हैं इसका कोई सुरक्षित स्थान नहीं होता। जितना हो सके इसका सदुपयोग करें। अपनी जरूरतें पूरी करके बाकी रकम को अपनी शक्ति अनुसार परोपकार जीव दया मानव सेवा आदी अच्छे कार्यो में लगा दें।
उन्होंने कहा परमात्मा ने जो हमे पूंजी दी है वह पूर्व जन्म की कमाई है। अगर अगले जन्म में भी सुखी होना है तो इस भव को बेहतर करना होगा। जीवन में किया गया अच्छा कार्य मनुष्य को प्रभु के निकट ले जाता है। आवश्यकता है हम जीवन के इस सत्य को स्वीकार कर प्रभु मार्ग में आगे बढ़े। उन्होंने कहा साधु संतों की सेवा करना भी प्रभु की भक्ति के समान हैं।
जरूरमंदोंं की सेवा करना मनुष्य को अपना प्रथम नैतिक कर्तव्य समझना चाहिए। जिवन जीवन में किसी की मजबूरी का फायदा उठा कर उसका हाय नही लेना चाहिए। ऐसा करने पर जीवन नर्क के मार्ग पर बढने लगता है। संजय मुनि ने मंगलाचरण किया। गुरुदेवों के सानिध्य में रविवार को राजेंद्र भवन केसरवाडी के पास पुझल मे सुबह नौ बजे से भगवान महावीर दीक्षा कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा।