कीकरवालारूपा में श्रीकृष्णगिरी शक्तिपीठाधीपति का भव्य पदार्पण, देवी भागवत महापुराण आज से
कृष्णगिरी। जो भक्ति करता है वह जगतजननी भगवती देवी मां का है। मां के दरबार में जाति, पंथ और भेद कुछ नहीं होते। हां, निश्चित रूप से व्यक्ति की शुद्धि आवश्यक है तभी मां की भक्ति की शक्ति भी मिलेगी। यह बात फाजिल्का जिले के कीकरवालारूपा गांव में विश्व शांतिदूत, श्रीकृष्णगिरी शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत परम पूज्य गुरुदेवश्रीजी डॉ वसंतविजयजी महाराज साहेब ने कही। उनका यहां कीकरवालारूपा गांव में भव्य गाजे बाजे एवं वरघोड़े के साथ पदार्पण व स्वागत सत्कार हुआ।
पुष्प वर्षा, पंजाबी बैंड के करतबों व ढोल ताशों की धमक भरी गूंज के साथ मनमोहन अमित कुमार सिहाग परिवार के सदस्यों ने गुरुदेवजी की पूजा आरती की। उल्लेखनीय है कि यहां श्रीकृष्णगिरी पद्मावती भैरव सेवा मंडल फाजिल्का पंजाब ईकाई द्वारा 9 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक पूज्य गुरुदेवश्रीजी के श्रीमुखारविंद से श्रीमद् देवी भागवत महापुराण एवं श्री पद्मावती भैरव प्रसन्नता का अति दिव्य हवन यज्ञ अनुष्ठान का आयोजन कराया जा रहा है। इस मौके पर सर्वधर्म दिवाकर पूज्य गुरुदेवश्रीजी ने कहा, कीकरवालारूपा गांव वासियों में जागृति है, अब आपको सिर्फ थपकी मात्र की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांव उज्जवल बने, यहां संस्कार और समृद्धि के साथ-साथ गांव वासियों में मां की भक्ति व श्रेष्ठ शक्ति मिले यही उनकी मंशा है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से पुरुषों को कमाना आता है व महिलाओं को गृहकार्य आते हैं मगर जीना कैसे चाहिए यह भी समझ होनी जरूरी है। प्रसंगवश अनेक उदाहरणों के साथ उन्होंने कहा कि जैसा पूर्वज करते आए उसी परिपाटी में भगवान की धूप, दीप व पूजा हो रही है मगर इसके क्या मायने हैं, किस प्रकार देव पूजा होनी चाहिए लोगों में इसकी शास्त्रोक्त जानकारी ही नहीं है। उन्होंने कहा कि शास्त्रोक्त कथन है कि पूर्व जन्मों के संबंध से ही व्यक्ति वापस मिलते हैं। वे बोले कि ईश्वर है तो उसके नाम में शक्ति होगी। श्रीआदिशक्ति मां पद्मावतीजी के परम् उपासक, भैरव देव के सिद्ध साधक ने कहा कि संतों का काम ही अपनी कृपा दृष्टि से सबका मंगल करना होता है। साथ ही राष्ट्रसंत डॉक्टर वसंतविजयजी महाराज साहेब ने कहा कि वे भगवती देवी मां पद्मावतीजी की शक्ति लेकर चले हैं। भक्ति, भजन, कथा के साथ–साथ यहां पंजाब के हर गांव, शहर सहित प्रदेशवासियों की व्यथा मिटाने आए हैं।
मिटेंगे रोग, संकट और निश्चित होगी हर मनोकामना पूरी..
साधना के शिखर पुरुष, आध्यात्म योगीराज परम पूज्य गुरुदेवश्रीजी डॉ वसंतविजयजी महाराज साहेब ने कहा कि सिद्ध साधकों के एक-एक शब्द में वह शक्ति होती है जो व्यक्ति की पीड़ा, संकट को मिटा देती है तथा उन्हें सुख समृद्धि प्रदान करती है। 16 दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के नित्य श्रवण मात्र से लोगों के असाध्य रोग, दुख, हर प्रकार के संकट मिटेंगे ही, उनकी मनोकामनाओं की स्वत: पूर्ति होगी। आवश्यकता श्रद्धा और विश्वास से मां की भक्ति करने की है। वचन सिद्ध संतश्रीजी ने कहा कि अपने हाथों की रेखाओं के छायाचित्र लेकर आज रख सकते हैं, उनके सान्निध्य में मां की भक्ति की तो निश्चित ही 16 दिनों बाद हाथों में सुख समृद्धि प्रदायक भाग्य की नई रेखा अवश्य मिलेगी।
देवी भागवत महापुराण आज से, थॉट योगा पर रहेगा लाइव..
आयोजन से जुड़ी श्रीमती सुनीता सिहाग ने बताया कि इस अवसर पर पूज्य गुरुदेवश्रीजी के आगमन पर मनमोहन सिहाग, अमित कुमार सिहाग, सुरेश कुमार, सूर्यप्रकाश, अमित कासनिया, प्रहलाद भांभू, रामप्रताप नैन सहित बड़ी संख्या में कीकरवालारूपा गांववासी उत्साह पूर्वक मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि आयोजन स्थल पर समस्त तैयारियों के साथ भव्य पंडाल में 11 फीट की देवी मां पद्मावतीजी व 9–9 फीट की मां लक्ष्मीजी तथा सरस्वतीजी की प्रतिमायें स्थापित की गई है। दोपहर 2 बजे से देवी भागवत कथा का वाचन पूज्य गुरुदेवश्रीजी के श्रीमुखारविंद से होगा। शाम 4 बजे से देवी मां पद्मावतीजी व त्रिकाल योगी भैरवजी की प्रसन्नता का अति विशेष यज्ञ अनुष्ठान तथा रात्रि में अनेक नामी कलाकारों द्वारा संगीतमय भजन भक्ति की जाएगी। श्रीमती सुनीता ने बताया कि कार्यक्रम में पंजाब प्रांत के विभिन्न शहरों सहित देश के अनेक राज्यों से श्रद्धालु गुरुभक्त शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पूज्य गुरुदेव के अधिकृत वेरीफाइड यूट्यूब चैनल थॉट योगा से लाइव प्रसारित किया जाएगा।