चेन्नई. न्यू वाशरमैनपेट स्थित जैन स्थानक में विराजित साध्वी साक्षीज्योति ने कहा यदि अच्छा मिले तो फूल कर कुप्पा न बनें एवं न ही खुशी झूम और खराब मिले तो घुटनों के बीच सिर रखकर रोकर परेशान न हो। ये दोनों ही इन्फेक्शन के कारण हैं।
अच्छा मिलने पर अहंकार आया तो बढिय़ा तुम्हें छोड़कर आगे बढ़ गया तो जीवन में बदनसीबी जन्म ले लेगी। इसलिए भगवान महावीर ने कहा है कि अच्छे को अच्छा बनाकर रखना चाहते हो तो बढिय़ा पर इतराना नहीं।
बढिय़ा पर नहीं इतराए तो जीवन इत्र की तरह महक जाएगा। साध्वी ने कहा यदि खराब मिलने पर किस्मत को कोसोगे तो नजदीक आने वाली खुशियां भी कोसों दूर चली जाएगी।
जो इन्सान इन दोनों में संतुलन बनाकर चलता है उसी का जीवन बहुत सुखी और आनंदमय बनता है। संचालन अध्यक्ष ज्ञानचंद संचेती ने किया।