*मुनि श्री ज्ञानेन्द्र कुमार जी ठाणा – 3 एवं मुनि श्री रमेश कुमार जी ठाणा – 2 के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार आचार्य महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में तेरापंथ महिला मंडल चेन्नई द्वारा हैप्पी एण्ड हारमोनियस फैमिली सेमिनार आयोजित किया गया*
*सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ मुनि श्री जी ने नमस्कार महामंत्र से किया तत्पश्चात चेन्नई महिला मंडल ने मंगला चरण किया आगंतुक का स्वागत महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती शांति दुधोडिया ने किया। स्वस्थ परिवार गीत का संधान चेन्नई महिला मंडल ने किया*
*ट्रिपलीकेन ट्रस्ट मैनेजिंग ट्रस्टी श्रीमान गौतमजौ शेठिया ने अपने वक्तव्य में मन , अमन , सुमन और वुमन की व्याख्या करते हुए कहा कि महिलाएं सुमन की परिभाषा को सार्थक करे*
*पप्रमुखा श्री जी के संदेश का वाचन उपाध्यक्ष श्रीमती पुष्पा हिरण ने किया*
*आज के मुख्य अतिथि तेज प्रकाशजी चौरडिया का परिचय श्रीमती कंचन भंडारी ने दिया*
*तेज प्रकाशजी चौरडिया ने अपने वक्तव्य में महाप्रज्ञ जी की पुस्तक ‘कैसे सोचे ‘ का एक सुंदर दृष्टांत प्रस्तुत किया*
*आज के कार्यक्रम के प्रायोजक श्रीमान अमरचंदजी लूंकड का महिला मंडल के द्वारा सम्मान किया गया*
*धर्मीचन्दजी लूंकड ने विचार प्रस्तुति दी*
*मुख्य वक्ता सीमा जी गादिया का परिचय प्रचारमंत्री श्रीमती संगीता आच्छा ने दिया*
*सीमाजी गादिया ने फैमिली हमारा सबसे बडा धन है पूंजी है मधुमक्खी के उदाहरण से समझाया*
*मुनिश्री सुबोध कुमार जी ने कहा कि जैन धर्म जीवन की कला सिखाता है उनके सिद्धांतो को अपनाकर अपने जीवन को सफल बनाना है नेचरल कृति है मानव मशीन नहीं है*
*मुनिश्री विमलेश कुमारजी ने कहा हैप्पी एण्ड हारमोनियस फैमिली यह महाप्रज्ञ जी की महत्वपूर्ण कृति है इसका रोज स्वाध्याय करे सपरिवार वर्ष में एक बार गुरुदर्शन करे सपरिवार घर पर सामायिक एवं अर्हत वंदना साथ करने का लक्ष्य रखे स्वस्थ रहने के लिए योगासन, ध्यान ,प्राणायम प्रतिदिन करना चाहिए*
*हेप्पी एण्ड हारमोनियस फैमिली का खिताब श्रीमान रतनलालजी लोढा परिवार को गया*
*मुनिश्री विनीतकुमारजी ने कहा बडो का आदर एवं छोटो का सम्मान होना चाहिए बेटी के जीवन में हस्तक्षेप करना बंध करे तभी बेटी सुखी रहेगी सास का पद छोडकर मां बन जाये संस्कारो को जीवित रखे*
*मुनिश्री रमेश कुमार जी ने फरमाया कि कहना व सहना सीखे जीवन सबसे ज्यादा खुशी देनेवाला घर है सामने वाला नहीं बदलेगा हमें खुद को बदलना है घर में सुबह रक्षाबंधन जैसा वातावरण हो दोपहर में होली जैसा एवं साम को दीवाली जैसा होना चाहिए*
*मुनिश्री ज्ञानेन्द्र कुमारजी ने फरमाया कि समृद्ध परिवार वह होता है जहां संयुक्त परिवार हो एक नजरिया बदल गया तो दुनिया बदल जायेगी एक दूसरो को आगे बढाने की भावना रखे प्रेम है तो परिवार सुखी है मुनिश्री जी ने परिवार को खुश रखने के सूत्र बताये एवं जनमेदिनी को प्रायोगिक प्रशिक्षण मैत्री एवं सामंजस्य की अनुप्रेक्षा करवायी ।
ॐ श्री महाप्रज्ञ गुरुवे नमः का 11बार जाप करवाये*
*कार्यक्रम का कुशल संचालन महिला मंडल की मंत्री श्रीमती गुणवंती जी खांटेड ने किया*
*अंत में धन्यवाद ज्ञापन रीमा सिंघवी ने दिया*