मोक्ष कल्याणक महोत्सव पर 111 लीटर दूध से भव्य महाअभिषेक व 108 किलो लड्डू का चढ़ावा 8 को
इंदौर। दिव्य भक्ति चातुर्मास के 25 वें दिन बुधवार को कृष्णगिरी पीठाधिपति विश्वसंत यतिवर्य डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने कहा कि मनुष्य का विवेक व उपयोग ही उसका प्रमुख धर्म है। मनुष्य को हर क्षण, हर पल विवेक व उपयोग से अपने बुरे और पाप कर्मों से बचते हुए अधिकाधिक समय परमात्मा की साधना, आराधना व भक्ति में लगाना ही चाहिए।
यहां श्री नगीनभाई कोठारी चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में हृींकारगिरी तीर्थ धाम में दैनिक प्रवचन में डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने कहा कि जो भी मनुष्य परमात्मा के समर्पण के लिए अपने सारे नियम, सिद्धांतों का जीवन में यथाशक्ति-संभव पालन करता है निश्चित ही वह महाआनंद का उपभोग करता है।
इसलिए अभी से परमात्मा की भक्ति में लीन हो जाएं और हर क्षण उसे याद करते रहें। ट्रस्टी विजय कोठारी व वीरेंद्र कुमार जैन ने बताया कि इससे पहले बुधवार को प्रात: के सत्र में संतश्रीवज्रतिलकजी की निश्रा में प्रतिक्रमण व सामूहिक भक्तामर मंत्र जाप किया गया।
धाम में प्रतिष्ठापित मूलनायक परमात्मा पार्श्वनाथजी की प्रतिमा का विधिकारक हेमंत वेदमूथा मकशी द्वारा 50 दिवसीय 18 अभिषेक बुधवार को भी विधि विधान के साथ संगीतमय प्रस्तुतियों के साथ जारी रहा। कोठारी ने बताया कि बुधवार को भी बड़ी संख्या में महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित अनेक शहरों से डॉ. वसंतविजयजी म.सा. से मांगलिक व आशीर्वचन लेने श्रद्धालु धाम में पधारे।
मोक्ष कल्याणक महोत्सव पर भगवान पार्श्वनाथ का 111 लीटर दूध से भव्य महाअभिषेक व 108 किलो लड्डू का चढ़ावा आज
हृींकारगिरी तीर्थ धाम में विराजित विश्वसंत यतिवर्य डॉ. वसंतविजयजी की निश्रा में गुरुवार को मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। ट्रस्टी जय कोठारी ने बताया कि महाअष्टमी के मौके पर दोपहर दो बजे श्री भोमिया जी महाराज के दिव्य 18 अभिषेक व तलेटी से वरघोड़ा ऊपर मंदिर तक तथा दोपहर तीन बजे श्री पार्श्व प्रभु मोक्ष कल्याणक महोत्सव के तहत 111 लीटर दूध से भव्य महाअभिषेक, 1008 नामों से 1008 पुष्प अर्पण सहित 108 किलो के मोक्ष लड्डू अर्पण महाविधान, आरती-मंगल दीपक होंगे। तत्पश्चात् रात्रि में आठ बजे भक्ति का कार्यक्रम होगा। कोठारी ने आह्वान किया है कि मोक्ष कल्याणक आराधना में भाग लेकर जीवन को सफल बनाएं।