चेन्नई. साध्वी श्रीनिधि एवं श्रुतनिधि के सान्निध्य तथा श्री जयमल जैन श्रावक संघ तमिलनाडु के तत्वावधान में वेपेरी स्थित पीएम बोहरा जय परिसर पाश्र्वनाथ भगवान जन्मकल्याणक के उपलक्ष्य में सामूहिक एकासन एवं जाप का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर साध्वी श्रुतनिधि ने पुरुषादानि महाचमत्कारी २३वें तीर्थंकर पाश्र्वनाथ के जन्म का वांचन करते हुए कहा कि उनकी अद्भुत समता और क्षमा सभी जीवों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। वे प्रकट प्रभावक तीर्थंकर अपने नाम के अनुरूप पारस रूप हैं।
उनकी उपासना करने से लोहा भी स्वर्ण बन जाता है। जीवन की जड़ता और कलुषता नष्ट हो जाती है। भक्तिभाव से प्रभु पाश्र्वनाथ भगवान का स्मरण करने से कोई भी भक्त इसकी अनुभूति कर सकता है। इस अवसर पर दीक्षार्थी पूनम लुंकड़ ने भी अपने भाव व्यक्त किए।
श्री जयमल जैन श्रावक संघ व जे.पी.पी. जैन महिला फाउंडेशन द्वारा दीक्षार्थी का सम्मान किया गया। एकासना तप के लाभार्थियों का भी स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन जयमल जैन श्रावक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पारसमल गादिया ने किया।