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ज्ञान वाणी

संसार में अनुशासन भय और लोभ से होता है

संसार में अनुशासन भय और लोभ से होता है
चेेन्नई. पुरुषवाक्कम स्थित एएमकेएम में जारी आचार्य आनंदऋषि जन्मोत्सव के अंतर्गत गुरुवार को उपाध्याय प्रवर प्रवीणऋषि ने लोगस्स जप, आनन्द चालीसा और आनन्द गाथा सुनाई। इसके साथ ही एस.एस. जैन संघ कोसापेट द्वारा तेला धारणा और लाइफ एम्पावरमेंट स्किल्स व महिलाओं को स्वयं में छिपी प्रतिभा और शक्ति को पहचानने का कार्यक्रम हुआ।
इस मौके पर उपाध्याय प्रवर ने कहा संसार में अनुशासन भय और लोभ से होता है। मनुष्य के जीवन में भय और प्रलोभन आते ही रहते हैं। गुरु के प्रति श्रद्धा और समर्पण रखने वाला मनुष्य इनके चक्कर में नहीं आता और रास्ते से कभी नहीं भटकता।

आनन्दऋषि अपने गुरु के रहते या न रहते हुए भी उनके वचनों से बाहर कभी नहीं गए। मनुष्य का नजरिया सही हो तो मन भी सही दिशा में चलता है।

जिस प्रकार पत्थर को मूर्तिकार अपनी सावधानी और कला से मूर्ति का स्वरूप देता है और एक छोटी-सी गलती उसकी सारी मेहनत को बिगाड़ सकती है।

उसी प्रकार गुरु भी अपने शिष्य को अपना ज्ञान और अनुशासन की शिक्षा देकर उसे स्वयं भी ज्यादा उत्कर्ष पर पहुंचाते हैं। जो अपने गुरु का पूर्ण श्रद्धा से अनुशरण करता है वही उत्कर्ष को प्राप्त करता है।

आनन्दऋषि को उनके गुरुदेव छोटी-सी उम्र में एकाग्रता से विद्या अध्ययन कराना और अनुशासन, श्रद्धा, भक्ति, ज्ञान के पाठ पढ़ाते थे। यह कठिन बहुत है लेकिन गुरुवर को पता था कि आज इसे अनुशासन में रखेंगे तो कल यह पूजनीय बन जाएगा। गुरुदेव के सामने भी लक्ष्य स्पष्ट था। आपकी भी हमेशा यही कोशिश हो कि आपकी संतति आपकी नजरों में रहे। पिता और गुरु का समर्पण और प्रेम स्पष्ट नजर नहीं आता, वह समय आने पर पता चलता है। भगवान की भक्ति आसान और गुरु भक्ति दुष्कर है। गुरु प्रत्यक्ष रहकर अनुशासन में रहना सिखाते हैं, जो गुरुभक्ति करता है वही शिखर पर पहुंचता है।
गुरुदेव ने अपने गुरु के लिए प्रण किया था कि वे अनुशासन में रहते हुए अपने चेहरे से प्रसन्नता ओझल नहीं होने देंगे। किसी भी परिस्थिति में अपना धैर्य नहीं छोड़ें, प्रतिकूलता में भी अनुकूलता महसूस होनी चाहिए। अपनी प्रसन्नता नहीं छोड़ें, बोले तो इस प्रकार कि सामने वाले के मन में प्रसन्नता, उल्लास और सकारात्मकता आ जाए। हमारे चेहरे की खुशी को कोई छीन नहीं सकता।
मोहिनीदेवी चोरडिय़ा और मैनादेवी तालेड़ा ने तपस्वियों का सम्मान किया।
आनन्दऋषि जन्मोत्सव के अंतर्गत शुक्रवार को दक्षिण भारत स्वाध्याय संघ द्वारा सामायिक दिवस तथा आरवाईए कॉस्मो द्वारा विशाल हेल्थ चेकअप शिविर लगाया जाएगा।

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