पुदुचेरी. राष्ट्रवादी लेखक संघ एवं पॉण्डिचेरी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में हाल ही में स्वंतंत्रता आंदोलन में पुदुचेरी के संतो का योगदान विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पॉण्डिचेरी विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य गुरमीत सिंह तथा विशिष्ट अतिथि राष्ट्रवादी लेखक संघ के संस्थापक एवं राष्ट्रीय संयोजक डॉ. विश्रांत वशिष्ठ थे।
बीज वक्तव्य सिस्टर निवेदिता अकादमी एवं भारतमाता गुरुकुल आश्रम बैंगलुरू के संस्थापक प्रो. साधुरंगराजन ने दिया। कार्यक्रम के दौरान संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि दिनों दिन घट रही राष्ट्रीय भावना एवं आध्यात्मिक विचारधारा के इस दौर में पुदुचेरी में इस तरह का आयोजित उचित भी है एवं प्रासंगिक भी।
उन्होंने कहा कि पुदुचेरी केवल संतों का शहर ही नहीं स्वस्थ एवं सकारात्मक वातावरण की नगरी भी है। इस दौरान राष्ट्रवादी लेखक संघ के संस्थापक एवं राष्ट्रीय संयोजक डॉ. विश्रांत वशिष्ठ के अभिनंदन ग्रंथ का लोकार्पण भी हुआ। समारोह के दौरान संघ की प्रांतीय संयोजक डॉ. ए. भवानी ने सभी का स्वागत करते हुए मुख्य एवं विशिष्ट अतिथि का विधिवत परिचय दिया। धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सी. जयशंकर बाबू ने किया