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व्यक्ति विचारों से श्रेष्ठ बने, यही उसकी भक्ति का प्रतिफल होगा : राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी म.सा.

व्यक्ति विचारों से श्रेष्ठ बने, यही उसकी भक्ति का प्रतिफल होगा : राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी म.सा.

कार्यसिद्धि शक्तिपात से आज होगा सबके दुखों का अंत, थॉट योगा पर रहेगा लाइव 

लक्ष्यप्राप्ति नवरात्रि महोत्सव के तहत कन्याओं–सुहागिनों का महापूजन–दान कार्यक्रम भी होगा

कृष्णगिरी। श्री पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत यतिवर्य परम पूज्य गुरुदेवश्रीजी डॉ वसंतविजयजी महाराज साहेब ने कहा कि व्यक्ति को अपना जीवन जल की भांति निर्मल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मां की भक्ति में समर्पण जरूरी है। समर्पण के बाद भक्ति का परिणाम भी तभी परिलक्षित होगा जब व्यक्ति अथवा किसी भी समूह के व्यवहार या विचार में सकारात्मक बदलाव भी आएगा। उन्होंने कहा कि हम श्रेष्ठ बनें यही हमारी भक्ति का प्रतिफल है, क्योंकि भक्ति अच्छी करने के बाद जीवन में विकास होगा तभी समाज में इज्जत व प्रतिष्ठा भी मिलेगी।

सर्वधर्म दिवाकर डॉ वसंतविजयजी ने विनयवान बनने तथा विवेक रखने की सीख देते हुए यह भी कहा कि मां की कृपा बगैर भक्ति के नहीं मिल सकती। जिस दिन व्यक्ति में विवेक आ जाएगा, स्वतः कल्याण हो जाएगा। पूज्य गुरुदेव यहां लक्ष्यप्राप्ति नवरात्रि महोत्सव के तहत नवमी तिथि मंगलवार को श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के दौरान अपना अमृतमयी प्रवचन दे रहे थे। वे बोले कि व्यक्ति में जिद्दी स्वभाव का गुण अशुभता का सूचक है। उन्होंने कहा फ्लैक्सिबल रहने पर संस्कार समृद्धि को आकर्षित किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि विचारों में लाभ एवं शुभ श्रेष्ठता आनंद की भांति बना रहना चाहिए। इस अवसर पर शक्तिपीठाधीपति ने यह भी कहा कि संत बन कर शास्त्र की शिक्षा दे रहे हैं तथा मां बनकर ममता भी रखते हैं। नवमी पर 9 अंक की विस्तार से व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा नवरात्रि का नव अर्थात नया व अंक 9 से हैं। 9 के अंक को शक्ति का अंक बताते हुए पूज्य गुरुदेवजी ने इस दौरान देवी भागवतजी के 15वें अध्याय पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि किष्किंधा में भगवान राम द्वारा नवरात्रि के दौरान देवी मां की प्रसन्नता हेतु व्रत करके नवमी के दिन भगवती के दर्शन प्राप्त कर विजय का आशीर्वाद लिया था। इसी वजह से नवरात्रि में रामलीला नाट्य प्रस्तुति देश में होती है। इस मौके पर उन्होंने कहा दान, पूजा व भक्ति का परिणाम बराबर विश्वास से मिलता है। विश्वास की तरंगे ब्रह्मांड की शक्तियों को चेतन कर व्यक्ति के रुके हुए कार्य को बनाती है। गुरु भक्त संपत भाई अखिलेश कुमार जैन परिवार, नई दिल्ली ने देवी भागवतजी की आरती व हवन यज्ञ का लाभ लिया।

इससे पूर्व प्रातः के सत्र में श्रीआदिशक्ति मां पद्मावतीजी का हजारों लीटर दूध से अभिषेक हुआ तथा रात्रि में हजारों दीपों से ऐतिहासिक महाआरती का क्रम जारी रहा। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पूज्य गुरुदेवजी के अधिकृत वेरीफाइड यूट्यूब चैनल थॉट योगा पर लाइव किया गया। नवरात्रि विशेष तीर्थधाम में बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों में सेवारत कर्मचारियों को नगद राशि भेंट कर सम्मानित किया गया। वहीं दुनिया भर के नौ देशों व भारत के 27 राज्यों के हजारों श्रद्धालुओं के लिए लक्की ड्रा के माध्यम से होम एप्लायंस के उपहार प्रदान किए गए।

कन्या–सुहागिन महापूजन, दान व कार्य सिद्धि शक्तिपात आज 

कृष्णागिरी शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत परम पूज्य गुरुदेवश्रीजी डॉ वसंत विजय जी महाराज साहेब की पावन निश्रा में बुधवार को नवरात्रि विशेष 3500 कन्याओं–सुहागिनों का पूजन कार्यक्रम दोपहर 3 बजे से होगा। इस दौरान कृष्णगिरी जिले के दर्जनों गांवों की सुहागिन महिलाओं को अन्नदान के किट सहित ब्लाउज पीस, श्रृंगार सामग्री व कंबल भेंट कर देवी स्वरूप पूजन किया जाएगा। इसके बाद रात्रि में 10 बजे से विश्व इतिहास में पहली बार कार्यसिद्धि शक्ति पाठ के माध्यम से आध्यात्म योगीराज डॉ वसंतविजयजी महाराजा श्रद्धालु भक्तों के दुखों का अंत करेंगे। चमत्कारिक मंत्र शक्तिपात ब्रह्मांडीय ऊर्जा के साथ विश्व भर में थॉट योगा पर लाइव देखने वाले किसी भी श्रद्धालु के शरीर के चक्र को जागृत कर निश्चित लाभ प्रदान करेगा।

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