दीक्षा दिवस (युवा दिवस) पर सकल जैन संघ ने अर्पित की भावांजली*
शांतिदूत, अहिंसा यात्रा के प्रणेता आचार्य श्री महाश्रमणजी का 46 वाॅ दीक्षा दिवस *“युवा दिवस”* के रूप में तेरापंथ सभा ताम्बरम् के तत्वावधान में मुनि रमेशकुमारजी एवं श्रमण संघ की साध्वी सिद्धिसुधाजी के सान्निध्य में शांतिनाथ जैन भवन में समारोह पूर्वक मनाया गया।
आचार्य महाश्रमणजी के व्यक्तित्व कर्तृत्व को नमन करते हुए मुनि रमेश कुमार ने कहा कि जिनका जीवन मानव मात्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है। विलक्षण व्यक्तित्व, ओजस्वी वाणी का प्रवाह, अशांत मन को आनंदित कर देता है। तेजस्वी आभामंडल दु:ख और तमस के के अंधियारों में उजाला बना हुआ है।
ऐसे योगीराज महातपस्वी आचार्य महाश्रमणजी नैतिकता, सद्भावना, नशामुक्ति के संदेशों से देशवासियों के उत्थान के लिए सम्पूर्ण भारत का भ्रमण कर रहे हैं| 46 वर्ष पूर्व अपनी जन्मभूमि सरदारशहर (राजस्थान) में जैन साधु बनें। मुनिश्री सुमेरमलजी लाडनू ने दीक्षित किया। आचार्य श्री तुलसी ने तराशा और आचार्य महाप्रज्ञ ने कोहिनूर बना दिया।
मुनि सुबोधकुमार जी ने अपने संयोजकीय व्यक्तव्य में आचार्य महाश्रमणजी का जीवन परिचय देते हुए उनके व्यक्तित्व, कर्तृत्व, अहिंसा यात्रा, साहित्य, साधना के बारे में विस्तार से बताया।
*आध्यात्मिक भेट से मनाए आध्यात्मिक पुरूष का दीक्षा दिवस*
स्थानकवासी श्रमण संघ की साध्वी श्री सिद्धीसुधाजी म. सा. ने कहा – वह माता धन्य हुई, जिसने आचार्य महाश्रमण जैसे महापुरुष को जन्म दिया। हरेक माता महापुरुष को जन्म नहीं दे सकती, जैसे लाखों सीपियों में दो-चार सीप में ही हीरे निकलते हैं, वैसे ही महापुरुष को जन्म देने वाली माताएँ भी बहुत कम ही होती है। वे दीर्घायु हो, युवा वर्ग उनके गुणों को आत्म सात करें| आपने आध्यात्म के पुरोधा पुरूष के दीक्षा दिवस को आध्यात्मिक भेट अर्पण कर मनाने की प्रेरणा दी| साध्वी श्री समितिजी ने अंग्रेजी भाषा में आचार्य महाश्रमणजी के प्रति भावांजली अर्पित करती हुई भावपूर्ण गीतिका प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुनि रमेशकुमारजी के नमस्कार महामंत्रोच्चारणा से हुआ। ताम्बरम् महिला मंडल की बहनों ने महाश्रमण अष्टकम् से मंगलाचरण किया। स्थानीय तेरापंथ सभा के मंत्री संपतराजजी गांधी ने संतों का , साध्वियों का, समारोह में पधारें सभी अतिथियों, भाई बहनों का समाज की ओर से स्वागत किया।
समारोह के मुख्य अतिथि समाजसेवी श्री प्यारेलाल पितलीया ने अपने भावों की सुंदर प्रस्तुति दी। प्रमुख वक्ता जैन श्वेतांबर तेरापंथ ट्रस्ट, ट्रिप्पलीकेन के मुख्यन्यासी श्री गौतमचन्द सेठिया ने आज के दिवस को व्याख्यायित करते हुए आचार्य श्री महाश्रमणजी की विशेषताओं को उल्लेखित किया। तेरापंथ सभा, चेन्नई के मंत्री श्री विमल चिप्पड़, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती कमला गेलड़ा, तेरापंथ युवक परिषद् के उपाध्यक्ष श्री प्रवीण सुराणा, आरती गांधी, वन्दना मुथा ने भी आचार्य महाश्रमण के दीक्षा दिवस पर भावपूर्ण विचारों की प्रस्तुति दी। ताम्बरम की महिलाओं ने सामूहिक गीत पेश किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन मुनि सुबोधकुमारजी ने किया। स्थानीय तेरापंथ सभा के मंत्री श्री संपतराज गांधी ने आभार व्यक्त किया। संघगान के साथ समारोह सम्पन्न हुआ।