चेन्नई. अयनावरम स्थित जैन दादावाड़ी में साध्वी कुमुदलता व अन्य साध्वीवृन्द के सान्निध्य में वरिष्ठ प्रवर्तक रूपचंद के देवलोकगमन के उपलक्ष्य में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
जिसमें साध्वी कुमुदलता ने कहा रूपमुनि की गौरव गाथा को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। संसार के इस रंगमंच पर अनेकों जन्म लेते हैं और विदा हो जाते हैं लेकिन विरले महापुरुष ही दुनिया में याद किए जाते हैं। ऐसे ही महापुरुष थे रूपमुनि।
उनकी अच्छाइयों और संघ, समाज व जिनशासन के लिए किए गए उनके रचनात्मक कार्यों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। भले ही देह के साथ वे हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी गौरव गाथा युगों-युगों तक याद की जाएगी।
साध्वी पदमकीर्ति, राजकीर्ति के अलावा कई वक्ताओं ने भी उनका गुणगान किया।