मॉं पद् मावती एकासन तप आराधना का समापन! श्री वर्धमान जैन श्रावक संघ आकुर्डी- निगडी- प्राधिकरण के प्रांगण मे राजस्थान सिंहनी उपप्रवर्तिनी संथारा साधिका पु. गुरुणीमैय्या श्री चारित्र्यप्रभाजी एवं उपप्रवर्तिनी गुरुणीमैय्या डॉ.दर्शनप्रभाजी म. की सुशिष्याएं* *डॉ.. राजश्री जी म.सा* *डॉ.मेघाश्री जी म.सा* *साध्वी समिक्षाश्री जी म.सा* *साध्वी ज़िना ज्ञा श्री जी म. सा.*। आदि ठाणा 4 के पावन सानिध्यमें गत 16 सप्ताह से हर शुक्रवार को मॉं पद् मावती के एकासना की तप आराधना जारी थी!
70 धर्मप्रेमी माता- पिता युवा- युवतीयोने यह आराधना धारी थी! आजका 16 वाँ एकासना था! सभी तपस्वीयोंका सन्मान पुनमजी संतोषजी कर्नावट परिवार के औरसे स्व. पिता़श्री विठ्ठलदासजी कर्नावट के स्म्रुती में आकर्षक तप उपयुक्त भेट वस्तु देकर किया गया!
प्रातिनिधीक रुपमें 9 तपधारकोंको भेटवस्तु सौ. लिलाबाई छाजेड एवं पुनम जी के करकमलोद्वारा दी गयी! इस शुभ अवसरपर संतोषजी एवं पुनमजी का यथोचित सन्मान श्री संघाध्यक्ष सुभाषजी ललवाणी एवं विश्वस्तोके करकमलोद्वारा किया गया! साध्वी जिनाज्ञा श्री जी ने तपआराधको के लिए सुंदर प्रतियोगिता का संचलन किया!