चैत्र शुक्ला प्रतिपदा नव संवत वर्ष 30 मार्च 2025 रविवार के पावन दिवस पर रत्न संघ की मुख्य मासिक पत्रिका जिनवाणी पर स्वाध्याय- अनुप्रेक्षा
चैत्र शुक्ला प्रतिपदा नव संवत वर्ष 30 मार्च 2025 रविवार के पावन दिवस पर रत्न संघ की मुख्य मासिक पत्रिका जिनवाणी की स्वाध्याय- अनुप्रेक्षा अवसर पर स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में श्री उमेशजी संचेती, प्रेमजी बागमार, गौतमचन्दजी मुणोत, बाबू धनपत राजजी सुराणा, अम्बालालजी कर्णावट इंदरचंदजी कर्णावट, अशोकजी बाफना, महावीरचन्दजी छाजेड़, कांतिलालजी तातेड़, ए. नवरतनमलजी बागमार,आर. नरेन्द्रजी कांकरिया, कमलजी चोरडिया, सन्दीपजी ओस्तवाल, नवरतनमलजी चोरडिया, दीपकजी श्रीश्रीमाल की उपस्थिति में वरिष्ठ स्वाध्यायी आर वीरेन्द्रजी कांकरिया ने मार्च 2025 के जिनवाणी अंक में प्रकाशित हुए गुरु भगवन्तों के प्रवचनों पर स्वाध्याय अनुप्रेक्षा की |
वीरभ्राता वीरपुत्र आर नरेन्द्र जी कांकरिया ने बताया कि इस वर्ष रत्नसंघ की स्थापना के पचासवें वर्ष व भावी आचार्यश्री महेन्द्रमुनिजी म.सा के दीक्षा के पचासवें वर्ष के सुप्रसंग पर मार्च 2024 से एक वर्ष से जिनवाणी पर स्वाध्याय- अनुप्रेक्षा स्वाध्याय भवन साहूकारपेट,चेन्नई में गतिमान हैं |
उपरोक्त सदस्यों के संग रविवारीय सामायिक के अवसर पर स्वाध्याय- अनुप्रेक्षा में श्री लीलमचन्दजी बागमार,रुपराजजी सेठिया, उच्छबराजजी गांग,विनोदजी जैन,विकासजी चोरडिया, मनीषजी जैन,वी निखिलजी कांकरिया, अभयजी सुराणा, मोहितजी छाजेड़,पदमचंदजी श्रीश्रीमाल, योगेशजी श्रीश्रीमाल, महावीरचन्द जी कर्णावट,श्रीमती शशिजी कांकरिया,पुष्पलताजी गादियाऔर स्वास्थ्य में प्रतिकूलता होते हुए भी समय-समय पर श्री चंपालालजी बोथरा आदि की उपस्थिति रहती हैं,यह स्वाध्यायी बन्धुवरों के लिए प्रमोदजन्य विषय हैं |
देव-धर्म-गुरु के प्रति समर्पित सभी को स्वाध्यायीगण की ओर से साधुवाद ज्ञापित करते हुए निवेदन किया गया कि हर रविवार को उपरोक्त कार्यक्रम में सभी निरन्तर पधारें ऐसा संकल्प करें व सभी को प्रेरणा करें |