श्रीजी वाटिका में आयोजन की आमंत्रण पत्रिका, प्रचार फोल्डर का किया विमोचन
इंदौर। मां पद्मावती के परम उपासक, कृष्णगिरी शक्ति पीठाधीपति, राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी महाराज साहब ने कहा कि धर्म के नाम पर फूहड़ संगीत, डांडिया नृत्य व्यक्ति के तन-मन में विकार उत्पन्न करता है, जबकि नवरात्र जैसे पावन पर्व के दौरान मां की 10 दिवसीय भक्ति, भजन आराधना के साथ उल्लास पूर्वक हो तो व्यक्ति के मन में विकारों की बजाय विचार उत्पन्न होंगे।
यही विचार व्यक्ति को जीवन पथ में आगे बढ़ने, जीव दया व प्राणी मात्र की सेवा करने की उत्कृष्ट प्रेरणा प्रदान करते हैं। संतश्री ने कहा यहां फूटी कोठी के समीप स्थित श्रीजी वाटिका में श्रीनवरात्रि दिव्य आराधना भक्ति महामहोत्सव के 10 दिवसीय आयोजन में 29 सितंबर से 8 अक्टूबर तक विविध प्रकार से भक्ति का अनूठा व चमत्कारिक अनुष्ठान होगा।
जिसमें राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर के कलाकार भक्ति कराएंगे। संतश्री ने कहा वे बीते 20 वर्षों से देश के विभिन्न शहरों-महानगरों में बगैर डांडिया के नवरात्र पर्व को पूर्ण रूप से भक्ति व अनुष्ठान के माध्यम से पूर्ण करवा रहे हैं।
लोगों के जीवन में धर्म व संस्कृति के साथ भक्ति मंगलमय सुखद प्रवेश हो रहा है। राष्ट्रसंत ने कहा कि उनका मुख्य ध्येय ही यही है कि युवाओं को धार्मिकता के क्षेत्र में डायवर्जन करना है। धर्म के नाम पर पापकर्म कतई नहीं होने चाहिये। सर्वधर्म दिवाकर ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी को धर्म की संस्कार युक्त सही प्रेरणा मिले तथा भटकाव की बजाय वे सही दिशा की ओर बढ़ें।
संतश्री ने यह भी कहा कि वर्तमान आधुनिक शिक्षा पद्धति में धन कमाना व सफल होना तो सिखाया जाता है मगर संघर्ष के दौर का मुकाबला भी जरूरी है। साथ ही साथ व्यक्ति के आंतरिक भाव में सफलता का विजन होना भी आवश्यक है। महामहोत्सव के अध्यक्ष अभय बागरेचा ने सभी का स्वागत किया।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर संतश्री के सानिध्य में आयोजन की आमंत्रण पत्रिका, प्रचार-प्रसार फोल्डर का विमोचन भी किया गया। बागरेचा ने बताया कि इस मौके पर इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ कॉलेज इंदौर के चेयरमैन कांतिलाल बम, उद्योगपति महेश डाकोलिया, जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन के राष्ट्रीय चेयरमैन किशोर पोरवाल, महामहोत्सव के मुख्य संयोजक अरविंद जैन सहित अनेक लोग मौजूद थे।
सभी ने संतश्री के दर्शन-वंदन के साथ आयोजन की भव्यता को लेकर विस्तृत चर्चा की। बागरेचा ने कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार इंदौर शहर वासियों के लिए सौभाग्य का विषय है कि मंत्र शिरोमणि विश्वसंत की पावन निश्रा नवरात्रि पर्व पर हमें मिल रही है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से युवा वर्ग के साथ-साथ समाज के प्रत्येक तबके के लिए नवरात्रि का यह दिव्य एवं भव्य महामहोत्सव एक नई रोशनी लेकर आएगा। मुख्य संयोजक अरविंद जैन ने बताया कि देश और दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गुरुभक्तों का आगमन दस दिनों में श्रीजी वाटिका के आयोजन में होगा।
महामहोत्सव की विभिन्न व्यवस्थाओं के समन्वयक सोमिल कोठारी ने आयोजन की व्यापक स्तर पर चल रही तैयारियों की जानकारी दी। जितेंद्र बाफना, अनिल चौधरी, रितेश नाहर, अर्पिता बाफना, तरुण सेठिया, डॉक्टर सुनील मंडलेचा, सिद्धार्थ सतीश दोषी व विपिन पगारिया ने भी अपने-अपने विचार रखे। सभी का आभार संजय मारवाडी ने जताया।