चेन्नई. न्यू वाशरमैनपेट स्थित जैन स्थानक में विराजित साध्वी साक्षीज्योति ने कहा यदि कोई व्यक्ति इस छोटे से मानव जीवन को सार्थक करते हुए सफलता की सीढ़ी चढऩा चाहता है तो उसे बुरे कर्मों से दूर रहना होगा।
यदि कोई मानव अपने जीवन का दुरुपयोग करता है तो वह लंबे समय के लिए मनुष्य गति से छूटकर निकृष्ट गतियों में पहुंच जाता है। मिट्टी, पानी, अग्नि, हवा, पेड़ आदि के रूप में जाकर वह असंख्य काल तक के लिए जन्म-मरण करता रहता है। ज्ञानियों ने बताया कि संसार बड़ा विचित्र है, इसके चक्र को समझना आसान नहीं है।
साध्वी ने कहा कि मानव जीवन एक ओस की बूंद के समान है, जरा सा झटका लगते ही जैसे बूंद नष्ट हो जाती है वैसे ही हमारा जीवन भी बड़ा नाजुक है। महापुरुष करुणा भाव से ओतप्रोत होकर जनहित के लिए उपदेश देते हैं।
संजय दुगड़ ने बताया कि अन्नानगर से श्रद्धालुओं का संघ ने साध्वीवृंद के दर्शन किए। आचार्य आनंदऋषि की जन्मशती के त्रिदिवसीय कार्यक्रम के तहत बुधवार को प्रवचन के बाद सजोड़े जाप का आयोजन होगा।