Sagevaani.com @चेन्नई : अणुवीभा के तत्वावधान में अणुव्रत समिति, चेन्नई द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के पाँचवे दिन नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रम थिरुथांगल नाडार कॉलेज के विद्यार्थियों के बीच मनाया गया।
मुख्य व्यक्ता श्री सज्जन सिंह जैन ने विद्यार्थियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि जीवन में सफल बनने के लिए जरूरी है प्रसन्न रहना। प्रसन्न रहने के लिए हमारी जीवन शैली सादगी, स्वच्छ होनी चाहिए। स्वच्छ रहने के लिए जरूरी है हमारा खान-पान, हमारा व्यवहार पवित्र होना चाहिए। नशामुक्त, शाकाहारी भोजन का सेवन करना चाहिए।
श्री जैन ने विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों को भी कहा कि नशा मुक्त रहने से हमारा व्यक्तित्व सुन्दर बनता है। नशामुक्त विद्यार्थी की स्मरणशक्ति तेज होती है, उसमें सिखने की, ग्रहण करने की क्षमता अधिक होती हैं, निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है, उसका स्वास्थ्य ठीक रहता है, उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। और सबसे बड़ी बात उसका सम्मान भी बड़ता है। विद्यार्थियों ने भी उनकी प्रेरणा से नशामुक्त रहने का संकल्प लिया।
अणुव्रत समिति अध्यक्ष ललित आंचलिया ने कहा कि तेरापंथ धर्म संघ के नवमाधिशास्ता आचार्य श्री तुलसी ने मानव के चरित्र निर्माण के लिए अणुव्रत आन्दोलन का प्रवर्तन किया। आंचलिया ने तमिल भाषा में विद्यार्थी अणुव्रत आचार संहिता का उच्चारण किया, जिसे विद्यार्थियों ने दोहराया।
उपप्रधानाचार्य श्रीमती ललिता ने स्वागत करते हुए अणुव्रत समिति के इस नशामुक्त जागरूकता कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया। अणुव्रत समिति से श्री वसंतराज छल्लाणी ने आभार व्यक्त किया। छात्रा स्वाति ने कुशल संचालन किया। अणुव्रत समिति अध्यक्ष ललित आंचलिया, मंत्री स्वरूप चन्द दाँती ने मुख्य व्यक्ता श्री सज्जनसिंह जैन, प्रिंसिपल डॉ श्रीमती देवी का शाल, मोमेंटो द्वारा सम्मान किया। कॉलेज के NSS Program Officer श्री सम्पत, श्रीमती निर्मला छल्लाणी का सराहनीय सहयोग रहा। इस अवसर पर अणुव्रत समिति से शांति दुधोड़िया, उषा आंचलिया, वैद के साथ सैकड़ों विद्यार्थियों, कॉलेज प्राचार्य उपस्थित थे। राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। अणुव्रत समिति द्वारा सभी विद्यार्थियों को अल्पाहार दिया गया।
समाचार सम्प्रेषक : स्वरूप चन्द दाँती