स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में रत्न स्वर्ण वर्ष के अंतर्गत नवकार महामन्त्र दिवस पर नौ संकल्प पर स्वाध्याय अनुप्रेक्षा कार्यक्रम रविवार दिनांक 8 जून 2025 को सम्पन्न हुआ |
वरिष्ठ स्वाध्यायी आर वीरेन्द्रजी कांकरिया ने माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के चिन्तन रुपी नौ संकल्पों का विस्तृत विवेचन करते हुए अनुप्रेक्षा की | नौ संकल्प के अंतर्गत पानी बचाने का संकल्प,एक पेड़ मां के नाम लगाने,स्वच्छता का मिशन,वोकल फॉर लोकल, भारत देश दर्शन के अंतर्गत संस्कृति परम्परा को जानना प्राकृतिक खेती को अपनाना, स्वस्थ जीवन शैली अपनाते हुए खान-पान,योग और खेल को जीवन का अंग बनाना, दीन-दुःखी की मदद करना उपरोक्त नौ संकल्पों को विस्तृत रुप से समझाते हुए अपनाने की प्रेरणा की गई |
श्रावक संघ के निवर्तमान कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के मार्मिक चिन्तन से विश्व शांति संभव हैं और उन्होंने जैन धर्म के नवकार महामन्त्र, जैन धर्म के सिद्धान्तों व अनेकान्तवाद का सुन्दर रुप से विश्लेषण करते हुए जैन परम्परा के प्रतीक में वर्णित परस्परोपग्रहो जीवानाम् का अति सुन्दर विवेचन किया हैं | हमें प्रधानमंत्री के उपरोक्त चिन्तन रुपी नौ संकल्पों को अवश्य अपनाना चाहिए |
धर्म सभा में श्रीमती बसन्तीदेवीजी कर्णावट, शशिजी कांकरिया, श्री प्रेमजी बागमार, वीरपुत्र-भ्राता अभयजी सुराणा, कमलजी चोरडिया, श्रावक संघ तमिलनाडु के उपाध्यक्ष श्री अम्बालालजी इंदरचंदजी महावीरचन्दजी कर्णावट, रत्न हितैषी श्रावक संघ तमिलनाडु के कोषाध्यक्ष गौतमचन्दजी मुणोत, लीलमचन्दजी बागमार, वीरेन्द्रजी ओस्तवाल, योगेशजी श्रीश्रीमाल, कान्तिलालजी तातेड़ आदि स्वाध्यायीगण की सामायिक परिवेश में उपस्थिति प्रमोदजन्य रही |