चेन्नई. काश्मीर प्रचारिका समन्वय साधिका अध्यात्मयोगिनी साध्वी उमराव कुवँर अर्चना की शिष्याएं, साध्वी कंचनकुवंर फाईक्राफ्टस स्थित विजय हेमन्त देवांग चोरडिय़ा के निवास स्थान पर विराजमान थे। इस अवसर पर सरदारमल चोरडिय़ा, नवरतनमल चोरडिय़ा, जेठमल चोरडिय़ा, अशोक गेलड़ा, कैलाशमल दुगड़, अनिल सेठ उपस्थित थे ।
चोरडिया परिवार के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए साध्वी इमित प्रभा ने फरमाया कि जिस परिवार मे प्रेम व मैत्री के रिश्ते होते हैं वह परिवार सुख समृद्धि की ओर बढ़ता है । प्रेम के साथ लक्ष्मी स्वयं चली आती है। साध्वी उदितप्रभा ने कहा कपटी व मायाचारी करने वाले लोगों से सरल लोग अच्छे होते हैं । ढोंगी व्यक्ति होते कुछ और हैं, दिखाते कुछ और हैं ।
वे विश्वास करने योग्य नहीं होते। धर्म सरल होना सिखाता है । साध्वी हेमप्रभा ने स्तवन सुनाकर वातावरण को अधिक सुंदर बनाया। इससे पहले अशोक गेलड़ा ने नोखा ग्राम के चोरडिय़ा परिवार की, राजगुरुमाता साध्वी उमरावकुवँर व उनकी शिष्य मंडली के साथ जुड़ी स्मृतियों को याद किया। चोरडिया परिवार की ओर से स्वागत गीत की प्रस्तुति हुई।
24 व 25 मई को अर्चना शिष्य मंडल की सभी साध्वियां ग्रीम्स रोड स्थित स्थानक मे बिराजित होंगी।