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दुनिया एक मेला है सब कर्मो का खेला है: महासति पूज्य दिव्यज्योतिजी म.सा.

दुनिया एक मेला है सब कर्मो का खेला है: महासति पूज्य दिव्यज्योतिजी म.सा.

नागदा (निप्र)– महावीर भवन में महासति पूज्य दिव्यज्योतिजी म.सा. ने कहा कि मानव अपने कर्म के अनुसार ही स्वर्ग एवं नरक में जाता है जिसकी जो आदत तन काला, मन काला एवं नियत काली होती है। वह हर जगह अपने गलत कर्म करके मन में कषाय को कारण स्वार्थ से वशीभूत होकर कर्म करने से बिलकुल नहीं डरता है। उसका स्थान केवल नर्क है एवं नर्क भी यही है। जब वह फल भुगतता है तब वह भगवान परमात्मा से पुछता है कि आप मुझे किन कर्मो की सजा दे रहे हो। अतः हमको बुरे कर्मो से बचना चाहिये एवं अच्छे कर्म करते रहो उसका फल अपने आप इसी जन्म में मिलेगा।

 मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड व नितिन बुडावनवाला ने बताया कि तप, तपेश्वरी महासति पूज्य सौम्याश्रीजी म.सा. मासखमण की तपस्या की ओर बढ़ते हुए आज 25वां उपवास चल रहा है यह उनका अपने साध्वी जीवन में 10वां मासखमण की तपस्या होगी । इस शुभ अवसर पर 27 सितम्बर मंगलवार को महावीर भवन में दोपहर 2 बजे चंदनबाला महिला मण्डल, ब्राम्ही बहुमण्डल, आदर्श श्रावीका मण्डल की ओर से भव्य मंगल चौबीसी का आयोजन किया जायेगा। नाट्य मंच में व्यापारी की भूमिका में श्री उमंग मुरड़िया एवं शुभम धोका का रोल सराहनीय रहा। जाप की प्रभावना का लाभ श्रीमती प्रेमलता बहन(सारिका राजा कर्नावट) ने लिया। श्रेष्ठी तप इन्दुजी अनिल जी लोढ़ा के चल रहे है। अतिथि सत्कार का लाभ ईश्वरलालजी मन्नालालजी गांधी ने लिया। संचालन श्रेणीक बम ने किया एवं आभार श्रीसंघ अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत एवं चातुर्मास अध्यक्ष सतीश जैन सांवेरवाला ने माना।

दिनांक 26/09/2022

 मीडिया प्रभारी

  महेन्द्र कांठेड

  नितिन बुडावनवाला

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