शांतिदूत महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य तपस्वी मुनि श्री ज्ञानेन्द्रकुमार, मुनि श्री रमेशकुमार, मुनि श्री जम्बू कुमार का मूलकड़ै ब्रिज के पास तीनों सिंघाडो का अपने सहवर्ती संतो के साथ आध्यात्मिक मिलन हुआ!
पाद विहार कर मुनि श्री ज्ञानेन्द्रकुमार पैरम्बूर से, मुनि श्री रमेश कुमार किलपाॅक से और मुनि श्री जम्बू कुमार माधवराम से पधारें। सभी संतों ने एक दूसरे का अभिवादन, छोटे संतों द्वारा बड़ों को वन्दन, सुखसाता पृच्छा कर खमत खामणा किया! *प्रमोद भावना का यह अनूठा दृश्य देख पूरा वातावरण जय घोषों से गुंजायमान हो गया।* वहा से सभी संत विहार कर जैन तेरापंथ नगर पधारे!
माधावरम् स्थित जैन तेरापंथ नगर में स्वागत कार्यक्रम आयोजित हुआ। तपस्वी मुनि श्री ज्ञानेन्द्रकुमार ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ एक अनूठा धर्मसंघ हैं। इस धर्मसंघ की अगणित विशेषताएं है। इस धर्मसंघ के जब जब भी साधु साध्वीयाँ प्रमोद भावना से मिलते है, उनका व्यवहार प्रेरणादाई होता हैं। इसका कारण है एक आचार्य, एक समाचारी, एक गुरु परम्परा।
मुनि श्री रमेशकुमार ने कहा – संतों का मिलना सुखदाई होता हैं। कल्याणकारी एवं प्रेरणादायक होता हैं। जिस सौहार्दमय वातावरण में मिलन होता है, उससे हमारा समाज प्रेरणा ले तो समाज में भी सौहार्दपूर्ण माहौल बन सकता हैं। आपने इस अवसर पर धर्मसंघ के तीन प्रभावी अग्रणी मुनि प्रवरों का भी स्मरण किया। सेवाभावी तपस्वी मुनि श्री जयचंदलालजी स्वामी, मुनि श्री सुमेरमलजी ‘सुमन’, शासन गौरव मुनि श्री मधुकरजी स्वामी के पास हम तीनों अग्रणी रहे। उनका हम सब पर उपकार हैं। उनके देवलोक के पश्चात हम तीनों अग्रणी बनें।
यहाँ विराजित मुनि श्री जम्बूकुमार ने अपनी जन्मभूमि की ओर से स्वागत करते कहा कि माधावरम की इस परम पवित्र धरा पर जहाँ आचार्य श्री महाश्रमणजी ने चातुर्मास किया। मैं काफी दिनों यही पर हूँ। दोनों सिंघाडो ने यहां पधार कर मेरे ऊपर कृपा कराई हैं| मैं सभी संतों का स्वागत करता हूँ।
इससे पूर्व मुनि श्री ज्ञानेन्द्रकुमार ने महामंत्रोच्चारण से स्वागत कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। जैन तेरापंथ नगर की बहनों ने स्वागत गीत का संगान किया। मुनि सुबोध कुमार जी अपनी जन्म भूमि की ओर से संतों का स्वागत किया। आचार्य श्री महाश्रमण जैन तेरापंथ पब्लिक स्कूल के चेयरमैन श्री देवराज आच्छा, तेरापंथ सभा चेन्नई के अध्यक्ष श्री विमल चिप्पड़, जैन तेरापंथ फ्लैट आॅनर्स के अध्यक्ष श्री अशोक बोकडिया ने सभी संतों का भावभरा स्वागत किया। गायक नवीन मुणोत एवं जवरीलाल सिंघी ने गीत द्वारा स्वागत किया। कार्यक्रम का कुशल संचाल सुश्री दिप्ती बोहरा ने किया! श्री सुरेश रांका ने आभार ज्ञापित किया।
इस अवसर पर मुमुक्षु खुश बाबेल, मुमुक्षु सुरभि श्रीश्रीमाल, चेन्नई तेरापंथ सभा, तेरापंथ युवक परिषद, तेरापंथ महिला मंडल के पदाधिकारी एवं गणमान्य लोगों की अच्छी उपस्थिति रही।