श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट चेन्नई में महासती डा प्रियदर्शनाजी म.सा के 68 दिवसीय संथारा पूर्वक देवलोकगमन हो जाने पर चार लोगस्स का ध्यान करते हुए गुणानुवाद किये गए |
श्रावक संघ तमिलनाडु के निवर्तमान कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्रजी कांकरिया ने कहा कि ऋषि परम्परा के श्रमण संघीय आचार्य पूज्यश्री आनंदऋषिजी म.सा के आनंद उज्वल प्रमोद कुल की ज्येष्ठ महासतीजी विदुषी उपप्रवर्तिनी डा. पूज्यश्री प्रियदर्शनाजी म.सा जिनको छोटे बाई म.सा के नाम से भी जाना जाता हैं, उन्होंने गुरुवार 21 मई को सायं काल करीब 4 बजे 68 दिवसीय संथारा पूर्वक समाधिमरण वरण किया | महासती को कोथरुड, पुणे,महाराष्ट्र में 68 दिनों पूर्व रविवार 16 मार्च 2025 के सुबह 9:35 बजे महाराष्ट्र प्रवर्तक श्री कुंदनऋषिजी म.सा के मुखराविंद से सजग अवस्था में सावज्ज संथारा व्रत के पच्चक्खान कराए गए थे | अपने साधना काल में महासतीजी डा प्रियदर्शनाजी म.सा ने जैन साधना पद्दति में ध्यान योग में शोध पूर्ण कर पी एच डी व नवकार महामंत्र के णमो सिद्धाणँ पद पर डी. लिट किया था | संथारा काल में 68 दिनों में हज़ारो की संख्या में श्रदालुओं ने महासतीजी के संथारे की अनुमोदना करते हुए दर्शन किये थे | मोक्षगामी आत्मा लक्ष्य सिद्ध गति की ओर गतिमान हो ऐसे परम पिता परमात्मा चरणों मे श्रद्धा भाव रखे गए | धर्मसभा में उपस्थित श्रावकों ने चार लोगस्स का ध्यान करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए गुणगाण किये |
धर्म सभा में वीरपिता- वीरपति श्री बाबुधनपतराज जी सुराणा पदमचन्दजी दीपकजी योगेशजी श्रीश्रीमाल श्रावक संघ,तमिलनाडु के उपाध्यक्ष गौतमचंदजी मुणोत, कोषाध्यक्ष अम्बालालजी कर्णावट, वीरपुत्र-भ्राता आर वीरेंद्रजी कांकरिया, स्वाध्यायी गण कांतिलालजी तातेड़, रुपराजजी सेठिया, लीलमचन्दजी बागमार, वीरेन्द्रजी ओस्तवाल नवरतनमलजी चोरडिया, इंदरचंदजी जितेंद्रजी महावीरजी कर्णावट, उच्छराजजी गांग आदि की सामायिक परिवेश में उपस्थिति रही | कांतिलालजी तातेड़ ने जैन संकल्प कराया | इन्दरचन्दजी कर्णावट ने प्रत्याख्यान करवाये | गौतमचंदजी मुणोत ने सामुहिक नियम करवाये | बाबुधनपतराजजी सुराणा ने मंगल पाठ सुनाया |