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जिनवाणी सुने और जीवन मे उतारे: साध्वी सिद्धिसुधा

जिनवाणी सुने और जीवन मे उतारे: साध्वी सिद्धिसुधा

सिद्धिसुधा का जन्म दिन मनाया

चेन्नई. साहुकारपेट के जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा का शनिवार को जन्म दिन मनाया गया। इस मौके पर सभा मे उपस्थित लोगों ने उनके गुणगान किये। साध्वी सुविधि ने कहा कि सिद्धिसुधा का जीवन बहुत ही सरल है। वे अपने साथ दूसरो के जीवन को भी चमकाने का कार्य करती हैं।
उनके सरल सादगी स्वभाव की वजह से ही उनका हमेसा गुणगान होता है। उन्होंने अपने जीवन को इस मुकाम पर लाने के लिए बहुत तप किया है। उन्होंने कहा कि अंतगन सूत्र के भीतर अपनी भारतीय संस्कृति छिपी हुई है। भारतीय संस्कृति का निर्माता और प्रदाता अंतगन सूत्र रहा है।
वैसे तो मनुष्य प्रति वर्ष इस सूत्र का वाचन करता है लेकिन जीवन बदल नहीं पता है। ऐसा सिर्फ ऊपरी मन की वजह से होता है। जीवन मे बदलाव तभी आएगा जब मनुष्य भीतरी मन से इसको जीवन मे उतारेगा। साध्वी समिति ने श्रीपाल मैना चारित्र के माध्यम से कहा कि नवपद ओली प्रारंभ हुई और आठवा दिन आ गया है।
इस प्रकार से समय तेजी से निकल रहा है। ऐसे समय मे मनुष्य को सम्यग दर्शन पद की आराधना कर लेनी चाहिए। जो मनुष्य मौके का लाभ लेगा उसका जीवन चमक जाएगा। ऐसे दिन बहुत ही मुश्किल से उदित होते है। इसके बिना मनुष्य को मोक्ष की सीढ़ी नहीं मिल सकती है।
जब तक सम्यक्त्व की प्राप्ति नहीं होती सम्यग दर्शन का जीवन मे प्रवेश नहीं होगा और कर्मो की निर्जरा नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि सूत्रों के माध्यम से बतलाया गया है कि सम्यक्त्व, दर्शन, ज्ञान और चारित्र ही मोक्ष के मार्ग होते है। जब तक मानव जीवन मे ये चार मार्ग नही आएंगे कर्मो की निर्जरा नहीं हो सकती है।
उन्होंने कहा कि आगम में जिनवाणी के जरिये जो बात फरमाया गया है उसको सुनने का मौका मिले तो पीछे नहीं हटना चाहिए। सिद्धिसुधा ने सभी का आभार जताते हुए कहा कि आज वे जो कुछ भी हैं अपने माता पिता और गुरणी मैया की वजह से है।इस अवसर जय संस्कार महीला मंडल द्वारा  शुभकानाए पेषित करते हुए  नाटिका पसतूत कि गइ।
 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पपूसा लूणीया, मोहन लाल चोरडीया खेमचंद  विजय राज गांधी सूरेश  ललवाणी वॉइस राज राका का अध्यक्ष आनंद मल छलाणी उपाध्यक्ष सुरेश कोठारी जेपी ललवानी द्वारा सभी का अभिनंदन किया गया ।
धर्म सभा को विमल चंद खाबीया  राखी गुलेचा कविता कोठारी ने भी विचार रखे। इससे पूर्व जीवानमल  बिरदी चंद  मर्लेचा चैरिटेबल टस्ट के सहयोग से  पाजरापोल मे गायों को फल हरी घांस ,कबूतर को दाना  मानव सेवा अन्दानम के अन्तर्गत गणेश् मन्दिर  सेंट्रल के  पास 2000 जरूरतमंदो को खाना दिया गया ।
सम्पूण् स्वास्थ चिकित्साि शिविर का आयोजन किया गया जिसमे चैन्नई नेसनल, उदी आइ समेत अनेक हास्पीटल एवम चिकित्सको ने सेवाए दी। कार्यक्रम मे संस्कार मंच, गूरू गणेश सेवा समिति के सदस्यो का  एवम  निर्मल मर्लेचा अशोक पीपाडा धीरज चोरडीया गौतम चंद दुगगड पंकज कोठारी मदन खाबीया का सहयोग सरानीय रहा।

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