चेन्नई : यहाँ रायपेटा में श्री पुरम स्ट्रीट स्थित केशर बैंक्वेट हॉल में क्रांतिकारी संत श्री कपिल मुनि जी म.सा. के सानिध्य व श्री श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन मीरसाहिब पेट के तत्वावधान में 31 दिसम्बर सोमवार को जैन धर्म के 23वें तीर्थकर पुरुषादानी चिंतामणि भगवान पार्श्वनाथ का जन्म कल्याणक जप तप की आराधना व सामूहिक साधना के द्वारा मनाया जाएगा ।
केशर बैंक्वेट हॉल के सभागार में आयोजित इस प्रसंग पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रावक श्राविकाओं के द्वारा एकासन, आयम्बिल, उपवास आदि तप का आराधन किया जायेगा । जैन धर्म में भगवान पार्श्वनाथ की विशेष महिमा और प्रतिष्ठा है उनके नाम रुपी मन्त्र का स्मरण करने से सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है । यही वजह है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण इस दिन उपवास आदि तप करके भगवान पार्श्वनाथ को अपना इष्टदेव मानकर विभिन्न मन्त्र, छंद और स्तोत्र पाठ से उनकी स्तुति करते हैं ।
जवाहरलाल नाहर ने बताया कि इस कार्यक्रम का आरम्भ सोमवार को सुबह 9 बजे से विघ्न बाधा विनाशक सर्व सिद्धि प्रदायक श्री उवसग्गहर स्तोत्र जप अनुष्ठान से होगा । उसके बाद मुनि श्री का “भगवान पार्श्वनाथ एक ऐतिहासिक व्यक्तित्व ” विषय पर विशेष प्रवचन होगा ।
1 जनवरी को मुनि श्री का नव वर्ष महा मांगलिक कार्यक्रम सवेरे 8 बजे से भगवान ऋषभ देव की स्तुति में समर्पित सर्व सिद्धि प्रदायक, विघ्न बाधा विनाशक श्री भक्तामर स्तोत्र जप अनुष्ठान के साथ प्रारम्भ होगा । इस कार्यक्रम की तैयारी में संघ के सभी पदाधिकारी व सदस्यगण सक्रियता के साथ लगे हुए हैं ।