पनवेल श्री संघ में विराजित श्रमण संघीय जैन दिवाकरिया महासाध्वी श्री संयमलताजी म. सा.,श्री अमितप्रज्ञाजी म. सा.,श्री कमलप्रज्ञाजी म. सा.,श्री सौरभप्रज्ञाजी म. सा. आदि ठाणा 4 के सानिध्य में भक्तामर स्तोत्र के 21वे श्लोक का महामंगलकारी अनुष्ठान का आयोजन किया गया। धर्म सभा को संबोधित करते हुए महासती संयमलता ने कहा- हमारा जीवन द्वंद्वात्मक है। संभवतः कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जिसके जीवन में द्वंद्व ना हो, समस्याएं ना आए। तनाव वर्तमान जीवन की सबसे बड़ी समस्या है। मंत्रों का जाप इन सारी समस्याओं और तनाव से मुक्त रखता है। महासती जी ने आगे कहा मंत्रा आध्यात्मिक जागरण में भी बहुत सहयोगी बनते हैं। इनका उपयोग केवल विघ्न निवारण के लिए ही नहीं, आध्यात्मिक चेतना के जागरण के लिए भी किया जा सकता है।
आज के अनुष्ठान का लाभ श्री चंपालाल जी बाफना परिवार ने लिया। बैंगलोर से शांतिलाल जी खींवसरा, सोहनलाल जी दक ने अपने विचार व्यक्त किए। बैंगलोर, भिवंडी, पुणे, अहमदनगर आदि अनेक क्षेत्रों से दर्शनार्थी ने दर्शन प्रवचन का लाभ लिया। कल शुक्रवार को भगवान पार्श्वनाथ मां पद्मावती के एकासन का आयोजन किया जाएगा।