ईश्वर से इस बात की कभी शिकायत नहीं करनी चाहिए कि हमारी मुश्किलें बढ़ी हैं बल्कि हमें मुश्किलों से कहना चाहिए कि ईश्वर बढ़ा है। चेन्नई के कामराज अरैंगम में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए तपस्वी दादी जानकी ने कहा कि कुछ लोगों को दृष्टि से ही सोच और दोष का पता चल जाता है। हमें अपनी दृष्टि और सोच को बदलना चाहिए।
हमें ईश्वर के प्रति हमेशा उन चीजों के लिए धन्यवाद करना चाहिए जो हमें मिला है। जो नहीं मिला उसके लिए शिकायत करने के बजाय उसे पाने के लिए परिश्रम करना चाहिए। दादीजी ने कहा कि हमें अपने अच्छे-बुरे कर्मों के बारे में हर रोज विचार करना चाहिए।
यही कर्म आपको सदमार्ग पर ले जाएगा। क्योंकी हमे इन अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब यहीं देकर जाना है। ईश्वर लोगों को कठिन समय उन्हें मजबूत बनाने के लिए दिखाता है। इसलिए हमे इसके लिए भी उनका धन्यवाद करना चाहिए।
हर व्यक्ति को ऊं शांती का हर रोज जाप करना चाहिए इससे हमारे कष्ट दूर होते हैं। इस मौके पर राज्यसभा के सदस्य एल गणेशन, पूर्व केंद्रिय मंत्री जीके वासन, चेन्नई महानगर निगम के पूर्व मेया सेदै दुरैसामी, अदाकारा बेजंतीमाला समेत कई अन्य लोग मौजूद थे।