दृढ संयम साधना एवं दृढ़ संकल्प के धनी कर्नाटक गज केसरी गणेशलाल मुनि साधना के आदर्श थे । घनघोर जंगलों में उन्होंने वितरण करते हुए हृदय में कभी यत्किंचित भय को भी स्थान नहीं दिया। उनकी साधना का ऐसा महान प्रभाव था कि शेर जैसे घोर भयानक हिंसक पशु भी उनकी शरण में आकर शांत हो गए। उपरोक्त विचार श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ अरसीकेरे के तत्वावधान में साध्वी आगमश्री आदि ठाणा के सानिध्य में आयोजित कर्नाटक गजकेसरी घोर तपस्वी गणेशलाल मुनिवर्य की 143 वीं जन्म जयंती के अवसर पर साध्वी आगमश्री ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि बिलाड़ा की छोटे सी नगरी में जन्म लेकर पूरे भारत में अहिंसा का बिगुल बजाने वाले मुनि गणेशलाल ने जन जन में विशेष रुप से जनजागृति का संचार किया और कर्नाटक गजकेसरी की पदवी से सुशोभित हुए। उन्होंने महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तमिलनाडु में विशेष रूप से जन-जन में सम्यक श्रद्धा एवं जीव दया की प्रेरणा का अभूतपूर्व संचार किया। साध्वी धैर्याश्री ने कर्नाटक गजकेसरी के दक्षिण भारत में विशेष विचरण एवं करीब 75 वर्ष पूर्व अरसीकेरे में चातुर्मास के सुसंस्मरणों का वर्णन करते हुए उनके गुणगान किए। इस अवसर पर साध्वी आगम श्री की 68 दिवसीय आईएम बिल की सुधीर किताब आराधना के उपलक्ष में संघ द्वारा उन्हें कर्नाटक तपचंद्रिका का अलंकरण प्रदान किया गया।
समारोहाध्यक्ष ऑल इंडिया श्वेतांबर स्थानाकवासी जैन कॉन्फ्रेंस के कर्नाटक प्रांतीय अध्यक्ष पुखराज मेहता, अतिथिगण जैन कांफ्रेंस के राष्ट्रीय पदाधिकारीगण रतनचंद सिंघी, सुरेशचंद छल्लाणी, पदमचंद आच्छा, गुरु गणेश सेवा समिति के अध्यक्ष गौतमचंद धारीवाल जैन कॉन्फ्रेंस कर्नाटक प्रांतीय पदाधिकारी गण वसंतराज रांका सुरेंद्रकुमार आंचलिया, सुरेशचंद बोहरा चेनराज छाजेड़, जैन कॉन्फ्रेंस महिला शाखा की रतनीबाई मेहता, अखिल भारतीय ओसवाल परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक नागोरी, दक्षिण नाकोड़ा तीर्थ धाम अरसीकेरे के महामंत्री विजयकुमार सुराणा, आवड़ी चेन्नई के हीराचंद रांका, जालना संघ के मोतीलाल रांका, दीपक रांका, हासन संघ के अध्यक्ष वसंतराज बोहरा, कडूर श्रीसंघ अध्यक्ष लालचंद डागा, तरीकेरे संघ के महेंद्र सोमावत, दोड्डबालापुर संघ के नेमीचंद मुथा, आकाश जैन पुणे, वासुपूज्यस्वामी मूर्तिपूजक संघ अरसीकेरे के अध्यक्ष छगनलाल सोलंकी, दिगंबर समाज के मंत्री वस्तुपाल जैन, आर्य वैश्य समाज के कार्यदर्शी एसबीटी बाबु, ब्राह्मण समाज के कार्यदर्शी नागराज एवं परमेष्ठी मंडल औरंगाबाद के सदस्य अतिथि के रूप में मंचासीन थे।
समारोह के प्रारंभ में महिला मंडल द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुति के पश्चात गुरु गणेश दरबार का उद्घाटन जबरचंद खिंवसरा परिवार ने किया। 68 दिवसीय नवकार महामंत्र जाप के कलश का लाभ पुष्पादेवी, पदमचंद संतोषदेवी आच्छा, साध्वीश्री को अभिनंदन पत्र समर्पित करने का लाभ डॉ रोशनलाल विकास बोहरा ने लिया। सभी अतिथियों के साथ ही गौतम प्रसादी लाभार्थी महावीरचंद भरतकुमार बोहरा, संदीपकुमार आनंदकुमार बोहरा, अल्पाहार लाभार्थी डॉ रोशनलाल विकास बोहरा का सम्मान बहुमान लाभार्थी अशोककुमार प्रवीणकुमार गुगलिया एवं संघ के अध्यक्ष जयंतीलाल पालगोता, गौरवाध्यक्ष आनंदीलाल गुगलिया, चातुर्मास समिति अध्यक्ष मोहनलाल भलगट, मंत्री चेतन बोहरा ने किया।
सभा का संचालन करते हुए संघ के पूर्व अध्यक्ष महावीरचंद बोहरा ने सभी अतिथियों एवं लाभार्थियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जैन कॉन्फ्रेंस के कर्नाटक प्रांतीय युवा उपाध्यक्ष चेतन भलगट, युवक मंडल के अध्यक्ष पुनीत गुगलिया, महिला मंडल, बहू मंडल, बालिका मंडल के अलावा बेंगलुरु, दावणगेरे, हासन, कडूर, तुमकुर, बाणावर, चैन्नई, पुणे, जालना, औरंगाबाद, दोड्डबल्लापुर आदि स्थानों से भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।