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मनुष्य जन्म सर्वश्रेष्ठ जीवन है, साधक बन साधना हमारा लक्ष्य हो – वरिष्ठ मुनीराज पु. पियुषचंद्र विजय जी महाराज

मनुष्य जन्म सर्वश्रेष्ठ जीवन है, साधक बन साधना हमारा लक्ष्य हो – वरिष्ठ मुनीराज पु. पियुषचंद्र विजय जी महाराज

मनुष्य जन्म सर्वश्रेष्ठ जीवन है, साधक बन साधना हमारा लक्ष्य हो – वरिष्ठ मुनीराज पु. पियुषचंद्र विजय जी महाराज का उद् बोधन!

मोहनखेडा महातीर्थ विकास प्रेरक गुरुदेव आचार्य प्रवर श्रीमद्विजय ऋषभचंद्र सुरीश्वरजी महाराज के प्रथमशिष्य रत्न पु. सप्तम वर्षितप आराधक तपस्वी वरिष्ठ मुनीराज पु. पियुषचंद्र विजयजी म. सा. आज आकुर्डी निगडी प्राधिकरण श्री संघ के प्रांगण मे आज पधारकर भक्तोको दर्शन प्रवचन एवं मांगलीक का लाभ दिया! अपने उद्बोधन मे मनुष्य जन्म कितना मौल्यवान है ! हम अपने जीवन को सार्थक बनाने हेतु साधक बन साधना करनी चाहिये! हमारा घर किराये का है हमे इसे एक दिन हर हालत छोडना ही पडेगा, म्र्रत्यु अटल है ! उसका हमें स्विकार करना ही होगा!

इसलिए हमारा जीवन व्यर्थ ना हो ! अच्छे कर्म कर हमे यादगार बनना है! श्री संघ के और से पुर्वाध्यक्ष सुभाषजी ललवाणी ने गुरुदेव का स्वागत कर उनके प्रति क्रुतज्ञता व्यक्त कर आदरभाव जताया! इस अवसर पर पु. संभवनाथ मंदीर ट्रस्ट विठ्ठलवाडी मंदीर के विश्वस्त,आकुर्डी श्री संघ के सदस्य एवं विश्वस्त उपस्थित थे! नुतन संघाध्यक्ष विजयजी गांधी, पुर्वाध्यक्ष जवाहरजी मुथा, कोषाध्यक्ष नेनसुख जी मांडोत, महामंत्री राजेंन्द्र छाजेड, पोपटलालजी कर्नावट, विश्वस्ता ज्योतिजी खिंवसरा, हिरालालजी लुणावत, दिलीपजी फिरोदिया, सचिनजी गांधी, सुर्यकांतजी मुथीयान, आदि विश्वस्त मंडल के सदस्य उपस्थित थे !

गुरुदेव को श्री संघ के विश्वस्त मंडलग्वारा आदर की चादर प्रदान की गयी! गुरुदेव पु. पियुषचंद्र विजयजी महाराज साहेब तद् पश्चात निर्माण कार्य अग्रेसर “ पार्श्व- सिध्दी “ इस सुभाषजी ललवाणी इनके निवास  पर पधारे! सुभाषजी कांताजी संकेत प्रियंका मिश्का ललवाणी, दिनेशजी संचेती, आशिष एवं प्रिती जी बांठीया एवं आकुर्डी स्थानक के विश्वस्त मंडल के सदस्योने गुरुभगवंते का एवं धर्मआराधके का स्वागत किया! “ पार्श्व- सिध्दी” निवास पर गुरुदेव की महामांगलीक एवं प्रवचन हुआ! गुरुदेव ने शांतीस्तोत्र का पठन किया ! सुभाष ललवाणी ने गुरुदेव प्रति आदरभाव व्यक्त कर धन्यवाद देकर उपस्थितो के आभार प्रकट किये!

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